Haryana News: HSGPC प्रधानगी को लेकर घमासान, प्रकाश साहुवाला ने किया अपनी जीत का दावा!
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Haryana News: HSGPC प्रधानगी को लेकर घमासान, प्रकाश साहुवाला ने किया अपनी जीत का दावा!

Sirsa News: हरियाणा HSGPC चुनाव संपन्न हो चुके हैं. यहां पर प्रधानगी को लेकर अभी भी पेच फंसा हुआ है. पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झिंडा और प्रकाश सिंह साहुवाला  दोनों ही अपने अपने प्रधान बनने का दावा कर रहे हैं.

Haryana News: HSGPC प्रधानगी को लेकर घमासान, प्रकाश साहुवाला ने किया अपनी जीत का दावा!

Sirsa News: हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGPC) के चुनाव संपन्न हो चुके हैं, लेकिन प्रधानगी को लेकर अभी भी पेच फंसा हुआ है. एक ओर पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झिंडा दोबारा प्रधान बनने का दावा कर रहे हैं तो वहीं सिरसा से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीत चुके प्रकाश सिंह साहुवाला भी प्रधान बनने के लिए अपने समर्थन का दावा कर रहे हैं. साहुवाला का कहना है कि झिंडा के पास कुछ ही लोगों का समर्थन है, जबकि उनके पास अधिकतर निर्वाचित सदस्यों का समर्थन है.

स्क्रीनिंग कमेटी इस पर केरगी विचार
प्रकाश सिंह साहुवाला ने कहा कि HSGPC के निर्वाचित सदस्य 9 मनोनीत सदस्य चुनेंगे और इसके लिए कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है. उनकी स्क्रीनिंग कमेटी इस पर विचार करेगी और योग्य उम्मीदवारों को ही मेंबर बनाएंगे, ताकि गुरुघरों की सेवा में उनका योगदान सकारात्मक हो सके. साहुवाला ने यह भी कहा कि अकाल पंथक मोर्चा के प्रधान बनने का रास्ता साफ है, क्योंकि उनके पास सबसे ज्यादा मेंबर हैं. उन्होंने आगे कहा कि अगर उन्हें प्रधान बनने का मौका मिलता है, तो 2014 से लेकर अब तक जितने भी प्रधान रहे हैं. उनकी जांच करवाई जाएगी. इसके अलावा, जिन स्थानों पर कब्जा हुआ है, वहां FIR भी दर्ज करवाई जाएगी.

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इतने सदस्य हैं समर्थन में 
उन्होंने यह भी घोषणा की कि 12 फरवरी को उनके मोर्चा की बैठक बुलाई गई है, जिसके बाद 14 फरवरी को 9 सदस्यों का चयन किया जाएगा. साहुवाला ने यह दावा किया कि उनके अकाल पंथक मोर्चा के पास बहुमत है, यानी 40 में से 27 सदस्य उनके समर्थन में हैं. प्रधान बनने के बाद, साहुवाला ने गुरुघरों की व्यवस्था में सुधार और एचएसजीपीसी की जमीनों के उचित उपयोग का वादा किया. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता गुरुघरों की सेवा और पंथ के लिए काम करने वालों को मान्यता देना होगी. साहुवाला ने यह भी साफ किया कि उनका कोई राजनीतिक संबंध नहीं है और उनका जीवन पूरी तरह से गुरुघरों के सेवा में समर्पित है. उन्होंने यह भी कहा कि झिंडा समूह के 4 सदस्य उनके संपर्क में हैं. उम्मीद है कि वे अगले कुछ दिनों में उनके मोर्चे में शामिल हो जाएंगे.

Input- VIJay Kumar