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Delhi Pollution: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण के खिलाफ विंटर एक्शन प्लान (Winter Action Plan) तैयार करने को लेकर को पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी के अधिकारी के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ आगामी दिनों के लिए विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू कर दी है. इस वर्ष का विंटर एक्शन प्लान, वाहन व धूल प्रदूषण, हॉटस्पॉट, पराली और कूड़ा जलाने, केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों से संवाद, ग्रीन वाररूम व ग्रीन एप को उन्नत बनाने जैसे 14 फोकस बिंदुओं पर आधारित है. इसके साथ ही 5 सितंबर को सभी संबंधित 33 विभागों के साथ बैठक कर निर्धारित फोकस बिंदुओं पर संयुक्त कार्ययोजना तैयार की जाएगी.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने विंटर एक्शन प्लान तैयार करने को लेकर लिए गए कुछ प्रमुख निणर्यों के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सर्दियों में होने वाली प्रदूषण की समस्या के खिलाफ केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियो के लिए विंटर एक्शन प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं. शुक्रवार को इसी के संबंध में पर्यावरण, डीपीसीसी के उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई है. बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आए, जिनमे मुख्य तौर पर 14 सूत्रीय फोकस बिंदु चिंहित किए गए. जिस पर सरकार आगामी दिनों में प्रमुखता के साथ काम करेगी और इसी के आधार पर आगे का विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा.
दिल्ली विंटर एक्शन प्लान 14 फोकस बिंदु:
1. धूल प्रदूषण
2. वाहनों से होने वाले प्रदूषण
3. पराली जलाना
4. ओपन कूड़ा बर्निंग
5. औद्योगिक प्रदूषण
6. ग्रीन वार रूम एवं ग्रीन ऐप
7. हॉट स्पॉट
8. रियल टाईम सोर्स अपोरशमेंट स्टडी
9. हरित क्षेत्र को बढ़ाना/ वृक्षारोपण
10. ई-वेस्ट ईको पार्क
11. जन भागीदारी को बढ़ावा
12 . पटाखें
13 . केन्द्र सरकार एवं पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद
14. ग्रेप का कार्यान्वयन
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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि 14 फोकस बिंदुओं को केंद्र में रखकर काम किया जाएगा. पहला धूल प्रदूषण है, जिसे कम करने के लिए तमाम कदम उठाए जाएंगे. वाहनों से होने वाले प्रदूषण, पराली की समस्या, जगह-जगह जलाया जाने वाला कूड़ा, ये सब प्रमुख मुद्दे हैं. सर्दियों के समय हर इलाके में कूड़ा जलाया जाता है. इसके अलावा औद्योगिक प्रदूषण भी एक मुख्य बिंदु है. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दिल्ली के सभी पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी में बदल दिया गया हो. साथ ही ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन दिल्ली ऐप का उन्नयन करने का निर्णय लिया गया है, जिससे कि और बेहतर तरीके से लोगों के साथ संवाद कर सकें और उनकी शिकायतों पर समय पर कार्रवाई हो सके.
उन्होंने कहा कि अगला फोकस बिंदु हॉटस्पॉट हैं. ये दिल्ली के वे इलाके हैं, जहां सबसे ज्यादा लोग प्रदूषण का सामना करते हैं. रियल टाइम अपोरशमेंट स्टडी के माध्यम से प्रदूषण के कारणों का रियल टाइम में पता लगाया जाएगा. ई-वेस्ट ईको पार्क भी एक महत्वपूर्ण फोकस बिंदु रहेगा. इसके अलावा, हरित क्षेत्र को बढ़ाने और जनजागरूकता एवं जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के प्रयास किए जाएंगे. पटाखों का नियंत्रण भी एक फोकस बिंदु है. केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित कर प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से कार्य किया जाएगा. इसके अलावा, ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के कार्यान्वयन पर भी ध्यान दिया जाएगा. ये सभी 14 फोकस बिंदु हमारे विंटर एक्शन प्लान का हिस्सा होंगे.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में कई प्रमुख एजेंसियां कार्यरत हैं, जिनकी अलग-अलग भूमिकाएं होती हैं. इन सभी लगभग 33 विभागों के साथ संयुक्त बैठक 5 सितंबर को आयोजित की जाएगी. इस बैठक में एमसीडी, एनडीएमसी, कैंटोनमेंट बोर्ड, डीडीए, सीपीडब्ल्यूडी, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी और विकास विभाग के सभी उच्च अधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ संयुक्त कार्य योजना का निर्माण करना है. 5 सितंबर को होने वाली बैठक में अलग-अलग विभागों को विंटर एक्शन प्लान के तहत निर्धारित 14 फोकस बिंदुओं के आधार पर विशिष्ट कार्य सौंपे जाएंगे. साथ ही दिल्ली में ग्रेप को सही तरीके से लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी.
INPUT: DAVESH KUMAR