Labh Panchami 2024: लाभ पंचमी के दिन की पूजा विधि में सबसे पहले प्रातः जल्दी उठकर स्नान करना जरूरी है. स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें. फिर, इस शुभ समय में भगवान गणेश, शिव और देवी लक्ष्मी की पूजा करें.
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Labh Panchami 2024: लाभ पंचमी 2024 आज 6 नवंबर को मनाई जा रही है, जो व्यापार में लाभ और सौभाग्य की वृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से व्यापार में लाभ के अवसर बढ़ते हैं और समृद्धि में वृद्धि होती है. विशेष रूप से इस दिन नए कार्यों की शुरुआत करना लाभकारी होता है. लाभ पंचमी पर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं.
आचार्य मदन मोहन के अनुसार लाभ पंचमी का शुभ मुहूर्त 6 नवंबर को रात्रि 12:16 बजे से प्रारंभ होगा और 7 नवंबर को रात्रि 12:41 बजे समाप्त होगा. इस दिन का चौघड़िया भी बहुत महत्वपूर्ण होता है. सूर्योदय के बाद शुभ मुहूर्त प्रातः 10:36 से 11:53 तक और लाभ मुहूर्त 6:43 से 8:00 बजे तक है. इसके अलावा अमृत काल 8:00 से 9:18 तक रहेगा. रात का समय भी शुभ होता है, विशेष रूप से 6:46 से 8:29 तक और रात 8:29 से 10:11 तक अमृत काल रहेगा. लाभ पंचमी के दिन व्यापारी अपने बहीखातों और लेखा-जोखा का पूजन करते हैं और नए खाता-बही का उद्घाटन करते हैं, जिससे आने वाले वर्ष में व्यापार में वृद्धि के अवसर मिलते हैं.
लाभ पंचमी की पूजा विधि में सबसे पहले प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें. फिर, शुभ समय में भगवान गणेश, शिव और देवी लक्ष्मी की पूजा करें. गणेश जी को चंदन, सिंदूर, फूल और दूर्वा चढ़ाएं, जबकि भगवान शिव को बिल्व पत्र और धतूरे के फूल अर्पित करें. देवी लक्ष्मी को हलवा और पूड़ी का भोग अर्पित करें और अंत में उनकी आरती करते हुए समृद्धि और सफलता की प्रार्थना करें.
इस दिन को विशेष रूप से व्यापारी वर्ग के लोग अपने व्यापार को शुभ और लाभकारी बनाने के लिए बड़े श्रद्धा भाव से मनाते हैं. साथ ही, घर में सुख-समृद्धि और मंगलकामना के लिए व्रत भी रखा जाता है. लाभ पंचमी के दिन किए गए धार्मिक कार्य और पूजा से जीवन में खुशहाली और समृद्धि आती है.
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