Mokshada Ekadashi 2023: कब है साल का आखिरी एकादशी व्रत? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
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Mokshada Ekadashi 2023: कब है साल का आखिरी एकादशी व्रत? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Mokshada Ekadashi 2023: इस साल मोक्षदा एकादशी व्रत 22 सितंबर 2023, शुक्रवार को पड़ रहा है. ऐसे में इस दिन व्रत और पूजा पाठ करने से भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा.

Mokshada Ekadashi 2023: कब है साल का आखिरी एकादशी व्रत? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Mokshada Ekadashi 2023 Kab Hai: सालभर में कुल 24 एकादशी व्रत पड़ते हैं जो सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है. हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी कहते है. मान्यता है कि इस दिन श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था. यही वजह है कि इसे गीता जयंती पर्व के नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में इस दिन जो भी व्यक्ति गीता का पाठ करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. आईए जानते हैं साल 2023 में मोक्षदा एकादशी व्रत कब रखा जाएगा? 
 
कब है मोक्षदा एकादशी व्रत 
पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 22 दिसंबर 2023, शुक्रवार को सुबह 8:16 बजे पर शुरू होगी और समापन 23 दिसंबर 2023 को सुबह 7:11 बजे पर होगा. हिंदू धर्म में एकादशी व्रत उदयतिथि के अनुसार रखा जाता है. ऐसे में इस बार मोक्षदा एकादशी व्रत 22 दिसंबर 2023, शुक्रवार को किया जाएगा. व्रत पारण अगले दिन यानी 23 दिसंबर 2023, शनिवार को दोपहर 1:22 बजे से 3:25 बजे के बीच किया जा सकता है.

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मोक्षदा एकादशी व्रत का महत्व 
मोक्षदा एकादशी व्रत हिंदू धर्म में पड़ने वाले महत्वपूर्ण व्रत-त्योहारों में से एक है. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस दिन व्रत और पूजा पाठ करता है उसके सभी पाप धुल जाते हैं और पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त होता है.

एकादशी के दिन ऐसे करें पूजा
एकादशी तिथि के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर सभी दैनिक कार्यों से निवृत हो जाए. इसके बाद मन में श्री हरि विष्णु का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें. अब पूरे विधि-विधान से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें. इस दौरान भगवान विष्णु को तुलसी दल और पंचामृत अर्पित करना न भूलें. इसके बाद आरती कर पूजा संपन्न करें.

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