छात्र-छात्राओं के मन की स्थिति को समझने की जरूरत है: हेमंत सोरेन
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छात्र-छात्राओं के मन की स्थिति को समझने की जरूरत है: हेमंत सोरेन

Jharkhand Samachar: CM ने कहा कि 'आज युवा पीढ़ी की चिंता करना जरूरी है. केंद्र सरकार द्वारा आगामी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर चिंतन किया जा रहा है और यह सराहनीय पहल है.'

 

छात्र-छात्राओं के मन की स्थिति को समझने की जरूरत है. (फाइल फोटो)

Ranchi: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (Hemant Soren) आज अपने आवासीय कार्यालय से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सीबीएसई (CBSE) 12वीं बोर्ड की परीक्षा, प्रोफेशनल कोर्सेज एवं एंड एंट्रेंस परीक्षाओं की आयोजन को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने बैठक को संबोधित करते हुए अपने सुझाव रखें. 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि 'आज युवा पीढ़ी की चिंता करना जरूरी है. केंद्र सरकार द्वारा आगामी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर चिंतन किया जा रहा है और यह सराहनीय पहल है. बैठक में जो सुझाव मिले हैं, इसमें कई सुझाव काफी महत्वपूर्ण है. जैसे परीक्षा के समय को कम करना, सब्जेक्ट में बदलाव, होम सेंटर इत्यादि यह सभी सुझाव निश्चित रूप से काफी चीजों को ध्यान में रखकर दिया गया है.'

मुख्यमंत्री  हेमन्त सोरेन ने कहा कि 'सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा, प्रोफेशनल कोर्सेज एवं अन्य एंट्रेंस परीक्षाओं के आयोजन को लेकर राज्यवासियों से भी सुझाव मांगे हैं. ट्विटर तथा सोशल मीडिया (Social Media) के अन्य माध्यमों से अधिकांश लोगों का कहना है कि परीक्षा फिलहाल स्थगित होनी चाहिए. क्योंकि कई बच्चे संक्रमित हुए हैं और वह अभी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.'

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'वर्तमान हालात में अगर परीक्षा आयोजित होती है तो संक्रमण के फैलाव की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. छात्र-छात्राएं बहुत मेन्टल स्ट्रेस से गुजर रहें हैं. ऑनलाइन एग्जाम लेने की भी बात की गई है.'

उन्होंने कहा कि 'कई बच्चों ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान अपने परिजनों को खोया है. ऐसे में बच्चे एवं परिवार इस समय मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं. वर्तमान स्थिति में परीक्षा आयोजित करना उचित नहीं होगा. सभी को छात्र-छात्राओं के मन की स्थिति को समझने की जरूरत है.' 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'निरंतर मिल रहे सुझावों का निष्कर्ष निकाला जाए तो फिलहाल परीक्षा नहीं आयोजित करने की बात पर सहमति नजर आ रही है. साथ ही, कुछ लोगों का कहना है कि अगर परीक्षा आयोजित हुई तो सामाजिक दूरी का पालन नहीं होगी और बच्चे संक्रमित हो सकते हैं.'

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मुख्यमंत्री ने अपनी बातों को रखते हुए सुझाव दिया कि 'आगामी सभी परीक्षाओं की तारीख कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम अथवा नियंत्रित होने के बाद ही तय की जाए. उन्होंने कहा कि शहर के बाद अब धीरे-धीरे गांव की ओर संक्रमण अपना पैर पसार रहा है.'

उन्होंने कहा कि 'वर्तमान समय में विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है. तत्काल परीक्षाएं आयोजित होने से व्यवस्थाओं पर भी असर पड़ेगा. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने विस्तृत सुझाव लिखित रूप से 2 दिनों के भीतर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय) को प्रेषित किए जाने की बात कही.'

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