Darbhanga Flood News: बिहार में एक ओर जहां लोग कड़ाके की ठंड की मार झेल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अचानक आई बाढ़ ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. दरभंगा के किरतपुर प्रखंड में गेहूंआ नदी से अचानक आई बाढ़ के कारण सैकड़ों एकड़ में लहलहाती फसलें तबाह हो गई है. झगरूआ, तरवारा, क़ुबौल, ढांगा, तेतरी, भुभौल, जगसो आदि गांवों के निचली क्षेत्र में लगे गेहूं, मक्का, दलहन, तिलहन की फसलें डूब गई है. गेहुंआ नदी में आई बाढ़ के कारण हजारों एकड़ में लगी रबी फसलें जैसे- गेहूं, मक्का और सरसों की फसलें बर्बाद हो गई है. जानकारी मिलने पर अंचल अधिकारी श्री आशुतोष सनी ने अपने अधिकारियों को क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए भेजा, जहां किसानों से क्षति का मुआयना कर वरीय पदाधिकारी को प्रतिवेदन सौंपा जाएगा.
दरभंगा से लगभग 60 किलोमीटर दूर किरतपुर प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली गेहुंआ नदी में अचानक आई बाढ़ की पानी ऊपरी इलाके में फैलने से हजारों एकड़ में लगी गेहूं, मक्का, सरसों, मसूर की फसल डूब कर बर्बाद हो गई है.
कोशी नदी के पश्चिमी तटबंध और कमला नदी के पूर्वी तटबंध के बीचों बीच गुजरने वाली गेहुंआ नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिसके कारण झगरूआ, तरवारा, क़ुबौल, ढंगा, तेतरी, भुभौल, जगसो, समेत क्षेत्र के दर्जनों गांव में निचली क्षेत्र के हजारों एकड़ में लगी गेहूं मक्का, दलहन, तेलहन की फसल डूब गई है.
कड़ाके के ठंड के बीच अचानक आई बाढ़ के कारण क्षेत्र के सैकड़ों किसान के थाली का भोजन छीन गया, पूरे इलाके के किसान के बीच इस अकारण आए आपदा को लेकर हाहाकार की स्थिति बनी हुई है.
अक्टूबर महीने में कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध टूट जाने के कारण आई भीषण आपदा ने क्षेत्र के हजारों एकड़ में लगी धान की फसल समेत घर-घर में रखी अनाज मंडी को नष्ट कर दिया था. जैसे तैसे यहां के लोगों की जिंदगी पटरी पर आई थी, लेकिन अचानक आई बाढ़ ने एक बार फिर सब बर्बाद कर दिया.
कई स्थानीय किसानों का कहना है कि कर्ज लेकर गेहूं मक्के का फसल लगाया था, लेकिन अचानक गेहुंआ नदी में आई बाढ़ के कारण किसान अवाक हो गए हैं.
वहीं, ग्रामीण मूर्ति देवी ने बताया कि कोसी में आई बाढ़ आपदा के बाद जैसे तैसे हम लोग कर्ज लेकर गेहूं और मक्का का फसल लगाए थे, असमय गेहुंआ नदी में आई बाढ़ के कारण सभी फसल नष्ट हो गया.
मूर्ति देवी ने बताया कि अब तो स्थिति यह है कि न धान की फसल हुई और अब रबी फसल के नष्ट हो जाने के कारण भुखमरी की स्थिति बन रही है. सरकार के द्वारा अगर मुआवजा नहीं दी गई तो हम लोग भूखे मरने को विवश हो जाएंगे.
वहीं, ग्रामीण सीता देवी किसान ने बताया कि कर्ज लेकर दो एकड़ में मक्के का फसल लगाए थे, अचानक बाढ़ का पानी आने के कारण सभी फसल नष्ट हो गया है. अब जमीन बेचकर कर्ज देना करना पड़ेगा.
वहीं, किरतपुर के अंचल अधिकारी श्री आशुतोष सनी ने बताया कि अचानक गेहुआ नदी में बाढ़ आ जाने के कारण क्षेत्र में लगी फसल बर्बाद हुआ है. जानकारी मिलने पर अपने अधिकारियों को क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए भेजे हैं. निरीक्षण करने के बाद फसल क्षति का मुआयना कर वरीय पदाधिकारी को प्रतिवेदित किया जाएगा. (इनपुट - मुकेश कुमार)
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