World Aids Day 2022: दुनियाभर में हर साल पहली दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. लोगों को इस जानलेवा बीमारी के प्रति जागरुक करना ही मुख्य उद्देश्य है. अब कई रिसर्च के बाद एचआईवी(HIV) की दवाइयां उपलब्ध हैं, जिससे मरीज हेल्दी और लंबी जिंदगी जी सकता है.
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World AIDS Day 2022: आज देशभर में विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन को मनाने के पीछे ये उद्देश्य है कि लोग इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरुक रहें. एचआईवी को ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस के नाम जाना जाता है. यह एक तरह का क्रॉनिक रेट्रोवायरस है, जो एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम होता है. एड्स एचआईवी की आखिरी स्टेज होती है. एचआईवी शरीर के इम्यून सिस्टम पर अटैक करता है और सफेद रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देता है. यही सफेद कोशिकाएं हमारे शरीर में संक्रमण से लड़ने का काम करती हैं.
एचआईवी (HIV) को लेकर कई रिसर्च क गईं, जिससे इसका इलाज भी बेहतर हुआ है. एचआईवी से पीड़ित लोग अब इलाज द्वारा हेल्दी और लंबी उम्र जी सकते हैं. लेकिन इसका सही समय पर इलाज और दवाओं का सेवन बहुत जरूरी है. इसमें एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) दवाइयां भी शामिल हैं. ART के साथ एचआईवी को नैचुरल तरीकों से भी संभाला जा सकता है, जिसमें मरीज के लिए प्रॉपर डाइट और सप्लीमेंट्स भी शामिल हैं. आज हम जानेंगे कि एख एचआईवी पॉजीटिव मरीज की डाइट में क्या-क्या शामिल होना चाहिए.
1. भरपूर फल और सब्जियां
एचआईवी पॉजीटिव मरीज के लिए जरूरी है कि वह ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और सब्ज़ियों का उपयोग करे. क्योंकि ये पोषक तत्वों का उच्च स्त्रोत होती हैं. इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को सुरक्षित रखते हैं. आप मौसमी और सब्जियों को हर रोज अपनी डाइट में शामिल करें. इससे आपके शरीर में विटामिन्स और खनिज पदार्थों की कमी नहीं हो सकेगी.
2. लीन प्रोटीन फूड का सेवन करें
शरीर को लीन प्रोटीन की काफी जरूरत होती है. हमारे शरीर में मांसपेशियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए लीन प्रोटीन अपना काम करता है. इसलिए डाइट में लीन चिकन, पोल्ट्री, मछली, अंडे, बीन्स और नट्स ज़रूर खाएं. आपको ज्यादा प्रोटीन खाने की जरूरत पड़ेगी. आपको बता दें एचआईवी की दूसरी या तीसरी स्टेज पर आते-आते मरीज का वजन काफी कम होने लगता है.
3. साबुत अनाज जरूर खाएं
हमारे शरीर को चलाने का काम कार्ब्स करते हैं, यानी बॉडी को एनर्जी कार्ब्स से मिलती है. इसलिए डाइट में ब्राउन राइस, साबुत गेहूं की ब्रेड जैसी चीजों को खूब खाएं. यह विटामिन-बी और फाइबर जैसे एनर्जी बूस्टिंग तत्वों से भरे होते हैं. बॉडी को अच्छी मात्रा में फाइबर मिलने से फैट्स जमा नहीं होते हैं. इसे लिपोडिस्ट्रॉफी भी कहते हैं, जो एचआईवी का एक संभावित साइड-इफेक्ट है.
4. चीनी और नमक
अगर किसी व्यकित को एचआईवी की शिकायत है तो ये दिल की बीमारी की वजह बन सकता है. इस वायरस के इलाज में ली जा रहीं दवाइयों की वजह से भी आप दिल के मरीज हो सकते हैं. इसलिए आप अधिक नमक और चीनी का सेवन न करें. इससे आपकी सेहत खराब होने का खतरा बढ़ा सकता है.
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