क्या है Sleepmaxxing? नींद की आदत सुधारने का दावा कर रहा टिकटॉक का यह वायरल ट्रेंड
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क्या है Sleepmaxxing? नींद की आदत सुधारने का दावा कर रहा टिकटॉक का यह वायरल ट्रेंड

Sleepmaxxing Effects:  यह एक दिलचस्प और प्रभावशाली ट्रेंड बनता जा रहा है, जो लोगों को अपनी नींद की आदतों को सुधारने और मानसिक शांति पाने के लिए प्रेरित कर रहा है.

 

क्या है Sleepmaxxing? नींद की आदत सुधारने का दावा कर रहा टिकटॉक का यह वायरल ट्रेंड

टिकटॉक पर आए दिन अजीबोगरीब ट्रेंड्स वायरल होते रहते हैं. ऐसा ही इस बार एक नया ट्रेंड 'Sleepmaxxing' सामने आया है. यह शब्द सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इसे अपनी नींद की आदतों को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.

यदि आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं, तो आपको यह ट्रेंड जरूर देखने को मिला होगा, लेकिन अगर नहीं, तो चिंता की कोई बात नहीं. हम आपको बताते हैं कि आखिर यह स्लीपमैक्सिंग क्या है? यह किस तरह से लोगों की नींद को बेहतर बनाने का दावा कर रहा है-

क्या है Sleepmaxxing?

यह एक ऐसा ट्रेंड है, जिसमें लोग अपनी नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग टिप्स और ट्रिक्स को आजमाते हैं. इसमें मुख्य रूप से लोग उन आदतों और साधनों का पालन करते हैं, जो उनकी नींद को गहरी और आरामदायक बना सके. इस ट्रेंड के तहत लोग TikTok पर अपनी नींद की आदतों से संबंधित वीडियो पोस्ट कर रहे हैं, जिनमें वे नींद से जुड़े उपायों को साझा करते हैं, जैसे नींद की सही दिनचर्या बनाना, सोने के सही तरीके अपनाना, और अन्य उपायों को शामिल करना.

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क्या है प्रोसेस

स्लीपमैक्सिंग की प्रक्रिया में कई छोटे-छोटे बदलाव किए जाते हैं, जो कुल मिलाकर आपकी नींद को सुधारने में मदद करते हैं. कुछ आम बदलाव इस प्रकार हैं:

- रोजाना एक ही समय पर सोना और जागना. इससे शरीर की जैविक घड़ी ठीक रहती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है.
   
- TikTok पर बहुत से लोग दावा कर रहे हैं कि सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप, या अन्य स्क्रीन से दूर रहना चाहिए, क्योंकि स्क्रीन का नीला प्रकाश नींद को प्रभावित कर सकता है. 

- नींद को बेहतर बनाने के लिए कमरे का वातावरण भी जरूरी होता है. लोग अब यह सलाह दे रहे हैं कि कमरे का तापमान ठंडा रखा जाए और सोने के समय उसे अंधेरा रखा जाए.

- अच्छे गद्दे और तकिए का चयन भी स्लीपमैक्सिंग का एक हिस्सा बन चुका है. लोग अब यह मानते हैं कि एक आरामदायक बेड पर सोने से नींद बेहतर हो सकती है.

-कुछ लोग सोने से पहले हर्बल चाय या लैवेंडर तेल जैसे नेचुरल उपायों का सेवन कर रहे हैं, जो नींद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.

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क्या है इसका असर?

कई TikTok यूजर्स ने दावा किया है कि स्लीपमैक्सिंग से उनकी नींद की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है. इससे न केवल वे अधिक एनर्जेटिक महसूस कर रहे हैं, बल्कि मानसिक शांति और खुशहाली का अनुभव भी कर रहे हैं. नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने से मानसिक तनाव कम हो सकता है और दिनभर की थकान भी दूर होती है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

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