Saif Ali Khan: कई बार फिल्में एक्टरों की किस्मत में लिखी होती हैं. सिनेमा का इतिहास इन बातों से भरा पड़ा है कि किसी एक्टर ने कोई फिल्म छोड़ी और दूसरे का भाग्य उसी से चमक गया. सैफ अली खान ने भी ऐसी फिल्म से सोलो स्टार के रूप में निर्माताओं का भरोसा जीता, जिसे कई सितारों ने छोड़ दिया था.
Trending Photos
Saif Ali Khan 30 Years In Bollywood: सैफ अली खान को इस साल फिल्म इंडस्ट्री में आए 30 साल पूरे हो जाएंगे. 1993 में उन्होंने फिल्म परंपरा से बॉलीवुड में कदम रखा था. परंतु शुरुआती दौर में उन्हें सफलता के लिए संघर्ष करना पड़ा. इसके बाद उनकी अक्षय कुमार के साथ जोड़ी बनी और दोनों की फिल्म ये दिल्लगी कामयाब रही. लेकिन तब तक यह हो चुका था कि सैफ सोलो हीरो के रूप में नहीं चलते और उन्हें अपने साथ दूसरे हीरो की जरूरत पड़ती है. इसके बाद करीब एक दशक तक वह दो हीरो या मल्टीस्टारर फिल्में ही ज्यादा करते रहे. मगर किस्मत बदली दस साल बाद, जब 2004 में उन्हें यशराज फिल्म्स की हम तुम में रानी मुखर्जी के अपोजिट मौका मिला. यह फिल्म न केवल बॉक्स ऑफिस पर चली बल्कि दर्शकों ने भी सैफ को पसंद किया और निर्माताओं का उनमें भरोसा लौटा.
मना करते गए सितारे
वास्तव में सैफ का करियर अगर हम तुम से आगे बढ़ सका तो इसमें तमाम एक्टरों का भी योगदान है जिन्होंने इस फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया था. फिल्म की कहानी एक कार्टूनिस्ट की थी, जो थोड़ा कॉमिक है. निर्देशक कुणाल कोहली सबसे पहले इसमें विवेक ओबेराय को लेना चाहते थे मगर उन्हें यह स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई. इसके बाद निर्माताओं ने सोचा कि फिल्म ए-लिस्ट सितारों के साथ बनाई जाए. तब इस फिल्म की स्क्रिप्ट के बारे में आमिर खान, ऋतिक रोशन और सलमान से भी बात की गई. मगर किसी को यह रोल जमा नहीं. कहा जाता है कि यशराज ने उस समय अपने फेवरेट शाहरुख खान को भी इस फिल्म में लेने की सोची थी. हालांकि उनसे इस बारे में बात नहीं की गई.
न जाने कब प्यार हो गया
इस बीच सैफ अली खान फिल्म के लिए मान गए. उनके लिए फिल्म इसलिए अहम थी कि एक तो बैनर बड़ा था और वह अपने लिए एक बड़ी सफल फिल्म की तलाश कर रहे थे. रानी मुखर्जी फिल्म में उनकी हीरोइन थी. फिल्म का नाम पहले न जाने कब प्यार हो गया रखा गया था. फिल्म हॉलीवुड की हैरी मैट सैली से प्रेरित थी. फिल्म में दर्शकों को सैफ का हल्का-फुल्का कॉमिक-रूमानी अंदाज पसंद आ गया और हम तुम बॉक्स ऑफिस पर चल निकली. इसका सबसे ज्यादा फायदा सैफ को हुआ. निर्माताओं का उनमें विश्वास जम गया और उन्हें अच्छे रोल ऑफर होने लगे. इसके बाद उनके करियर में सलाम नमस्ते, बीईंग साइरस, ओमकारा और लव आज कल जैसी फिल्में आई. जिसके बाद सैफ को मुड़ कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी.
भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं