IAS Surya Pal Gangwar: सूर्यपाल गंगवार ने कक्षा 5 तक की पढ़ाई लिखाई नवाबगंज कस्बे के एक निजी स्कूल से की. उसी के बाद, उन्हें बरेली में नए नवोदय विद्यालय में एनरोल किया गया.
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Lucknow DM, IAS Surya Pal Gangwar: सभी बाधाओं को तोड़ना और कुछ हासिल करना हम सभी का सपना होता है. आईएएस अधिकारी सूर्यपाल गंगवार की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बिथरी गांव में जन्मे गंगवार को बहुत कम उम्र में कई कठिनाइयों से गुजरना पड़ा.
अपने बचपन को याद करते हुए सूर्य पाल ने बताया कि उनके पिता एक शिक्षक थे और एक टीचर का बेटा होने के कई फायदे और नुकसान भी हैं. गंगवार के मुताबिक, घर में वह कई डिसिप्लिन और नियमों से घिरे हुए थे. हालांकि, जब उनके पिता उनकी परीक्षा की कॉपियां चेक करते थे तो उन्हें अच्छा लगता था.
सूर्यपाल गंगवार ने कक्षा 5 तक की पढ़ाई लिखाई नवाबगंज कस्बे के एक निजी स्कूल से की. उसी के बाद, उन्हें बरेली में नए नवोदय विद्यालय में एनरोल किया गया. उन्होंने 12वीं कक्षा तक उसी स्कूल में पढ़ाई जारी रखी. बाद में, उन्होंने इंजीनियरिंग करने का फैसला किया और आईआईटी, रूड़की में एडमिशन ले लिया.
उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए आईआईटी में एडमिशन लिया और नौकरी का ऑप्शन चुना क्योंकि उनकी पारिवारिक परिस्थितियां इतनी अच्छी नहीं थीं कि वे आईएएस की तैयारी में योगदान दे सकें. आईआईटी, रूड़की से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में बी.टेक करने के बाद सूर्यपाल गंगवार को कोलकाता, वेस्ट बंगाल में नौकरी मिल गई. उन्होंने इलेक्ट्रिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड (ईएससी) और फिलिप्स इंडिया लिमिटेड जैसी कंपनियों में काम किया. कॉरपोरेट सेक्टर में काम करने के दौरान उन्होंने टाइम मैनेजमेंट और बेहतरीन कामकाज के तरीके सीखे.
पहली बार 2004 में दिया UPSC
2003 में सूर्यपाल का चयन एयर इंडिया लिमिटेड, दिल्ली में इंजीनियर के पद पर हो गया. उन्होंने एयर इंडिया लिमिटेड में अपनी नौकरी ज्वाइन की और 2008 तक काम करते रहे. उसी दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी की और 2004 में पहली बार परीक्षा दी, लेकिन सफलता नहीं मिली.
2005 में दोबारा दिया था एग्जाम
2005 में, उन्होंने फिर से परीक्षा की तैयारी शुरू की लेकिन पास नहीं हो सके. दोबारा अटेंप्ट करने और लगातार तीन बार असफल होने के बाद, सूर्य पाल ने 2007 में यूपीएससी परीक्षा पास की और 476वीं रैंक प्राप्त की. सफलता के बाद, उन्हें आईआरएस (भारतीय राजस्व सेवा) में सहायक आयुक्त के रूप में चुना गया. सूर्य पाल ने 2008 से 2009 तक इस विभाग में काम किया लेकिन उस साल फिर से परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने देश भर में 8वीं रैंक हासिल की और आईएएस बन गए.
वर्तमान में, सूर्य पाल गंगवार 2022 से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के डीएम और कलेक्टर के हैं. हालांकि, वह पहले हापुड, हाथरस, सीतापुर, रायबरेली, सिद्धार्थ नगर और फिरोजाबाद के डीएम के रूप में कार्य कर चुके हैं.
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