Money Saving: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण 2023-24 में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र की घोषणा की थी. इसके जरिए महिलाओं और लड़कियों के लिए एक नई लघु बचत योजना की घोषणा की गई. महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना की घोषणा आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में की गई थी.
Trending Photos
Investment: सरकार की ओर से लोगों के फायदे के लिए कई स्कीम चलाई जा रही है. इन स्कीम के जरिए हर वर्ग के लोगों का खास ध्यान रखने की कोशिश भी की जाती है. वहीं अब मोदी सरकार की ओर से महिलाओं के लिए भी एक स्कीम शुरू की गई है. इस स्कीम का फायदा महिलाओं को भी काफी मिलने वाला है. दरअसल, मोदी सरकार की ओर से महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र की शुरुआत की गई है. इस स्कीम को पोस्ट ऑफिस में खुलवाया जा सकता है.
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण 2023-24 में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र की घोषणा की थी. इसके जरिए महिलाओं और लड़कियों के लिए एक नई लघु बचत योजना की घोषणा की गई. महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना की घोषणा आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में की गई थी.
इतनी है ब्याज दर
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र अप्रैल 2023-मार्च 2025 तक दो साल के लिए उपलब्ध एक बार की योजना है. यह महिलाओं या लड़कियों के नाम पर दो साल के लिए एक निश्चित ब्याज दर पर अधिकतम 2 लाख रुपये तक जमा करने की सुविधा प्रदान करेगा. फिलहाल ये स्कीम 01/04/2023 से 7.5% प्रति वर्ष की ब्याज दर पर उपलब्ध है.
सरकार समर्थित योजना
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना सरकार के जरिए समर्थित एक लघु बचत योजना है. इसलिए इसमें कोई क्रेडिट जोखिम नहीं है. वहीं महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र केवल बालिका या महिला के नाम पर ही बनवाया जा सकता है. महिला या नाबालिग बच्ची के अभिभावक महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना खोल सकते हैं.
जमा सीमा
महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र के तहत न्यूनतम जमा राशि सौ रुपये के गुणकों में 1000 रुपये है. खाताधारक के एक खाते या सभी महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र खातों में अधिकतम जमा राशि 2 लाख रुपये है. एक महिला या बालिका का अभिभावक मौजूदा खाता खोलने से कम से कम तीन महीने के अंतराल के बाद दूसरा महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र खाता खोल सकता है.
परिपक्वता
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र खाते की परिपक्वता अवधि दो वर्ष है. इस प्रकार परिपक्वता राशि का भुगतान खाताधारक को खाता खोलने की तिथि से दो वर्ष बाद किया जाएगा.
जरूर पढ़ें: