Astha and Radhesh Startup: राधेश ने आईआईटी रुड़की से पढ़ाई करने के बाद कुछ समय नौकरी की. इसके बाद वह अपने बिजनेस में आ गए. 2017 में दोनों ने अपना ज्वैलरी स्टार्टअप शाइल (shyle) शुरू किया.
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Silver Jewellery Startup: शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में एक ऐसा स्टार्टअप (Startup) आया है, जो चांदी से तैयार की गई ज्वैलरी को ऑनलाइन बेच रहा है. अमूमन गोल्ड ज्वैलरी को ही ऑनलाइन बेचने का चलन है. लेकिन चांदी की ज्वैलरी ऑनलाइन बेचने वाले स्टार्टअप shyle की शुरुआत जयपुर के रहने वाली आस्था और उनके पति राधेश ने की है. स्टार्टअप का दावा है कि उनकी ज्वैलरी 92.5 प्रतिशत प्योरिटी वाली हैं. फाउंडर्स का दावा है हर जनरेशन के लिए हमारे पास ज्वैलरी है. मसलन स्टार्टअप के पास चांदी की राखी, नजरबट्टू, महामृत्युंजय जप का लॉकेट आदि सबकुछ मिल जाता है.
2 साल में बनानी है 100 करोड़ की कंपनी
अभी 30 कारीगरों के साथ काम कर रही कंपनी का टारगेट अगले दो साल में 100 कारीगरों के साथ काम करने का है. कंपनी का टारगेट इन दो सालों में 100 करोड़ के रेवेन्यू तक पहुंचना है. आस्था और राधेश के परिवार में सभी बिजनेस से जुड़े हुए हैं. राधेश का कहना है कि घर में सिर्फ उन्होंने ही आईआईटी रुड़की से पढ़ाई करने के बाद कुछ समय नौकरी की. स्टार्टअप को शुरू करने से पहले भी उन्होंने बिजनेस किया है.
आस्था ने शुरू किया ज्वैलरी बिजनेस
आस्था की फैमिली भी बिजनेस में एक्टिव है. उन्होंने पढ़ाई और ग्रेजुएशन जयपुर से और अहमदाबाद की निरमा यूनिवर्सिटी से एमबीए पूरा किया है. इस बीच आस्था और राधेश की मुलाकात हुई. आस्था अहमदाबाद से जयपुर वापस आईं तो उन्होंने बिजनेस करने का प्लान किया. ज्वैलरी में रुचि होने के कारण दिसंबर 2017 में उन्होंने अपना ज्वैलरी स्टार्टअप शाइल (shyle) शुरू किया.
कंपनी ने 18 करोड़ कमाई करने का टारगेट रखा
फाउंडर्स का दावा है कि नवंबर तक कंपनी को 11 करोड़ की कमाई हुई है. फाइनेंशियल ईयर के आखिर तक करीब 18 करोड़ कमाई का लक्ष्य कंपनी ने रखा है. पिछले साल कंपनी का कुल रेवेन्यू 15 करोड़ रुपये था. इससे पहले साल 2022-23 में यह आंकड़ा 13 करोड़ रुपये था. इस बिजनेस को शुरू करने में 7 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट किया गया था. मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी का मुनाफा बढ़कर एक करोड़ रुपये हो सकता है. सीधा सा मतलब हुआ कि 7 लाख के निवेश से एक करोड़ के प्रॉफिट वाला बिजनेस खड़ा हो गया. अब यह कंपनी पूरी तरह से आस्था की है और राधेश इससे एक कंसल्टेंट की तरह जुड़े हैं.
एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट शुरू करने का प्लान
कंपनी को 82 प्रतिशत बिक्री वेबसाइट से, 8 प्रतिशत एक्सपोर्ट से और 7 प्रतिशत अमेजन से आती है. अगले तीन महीने में कंपनी का एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट शुरू करने का प्लान है. आस्था ने स्टार्टअप की 1 प्रतिशत इक्विटी के बदले 70 लाख रुपये की मांग की. नमिता और रितेश ने मिलकर 1.5 प्रतिशत इक्विटी के बदले 70 लाख रुपये और 70 लाख रुपये वापस मिलने तक 1 प्रतिशत रॉयल्टी की डील दी. दूसरी तरफ अनुपम ने 5 प्रतिशत इक्विटी के बदले 1.4 करोड़ रुपये का ऑफर दिया.