Tiranga Chadar: गंगा जमुनी तहजीब तरबियत की बड़ी मिसाल बनी अजमेर शरीफ पर चढ़ाई गई तिरंगा चादर. काशी विश्वनाथ धाम से तिरंगा चादर अजमेर शरीफ उर्स में लाई गई. बनारस की राष्ट्रीय बुनकर एक्शन कमेटी के कौमी सदर सरफराज अहमद ने चादर को बनारस से अजमेर तक पहुंचाया. उन्होंने अपने 40 रुक्न वफद के साथ ये तिरंगा चादर सूफी हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती हरमतुल्लाह अलैहि के 812वें उर्स में पहुंचाया. तिरंगा चादर देश की तरक्की, सलामती और खुशहाली के लिए चढ़ाई गई है. देखें वीडियो..
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