Who is Nadia Nadim: अफगानिस्तान के तीसरे सबसे बड़े शहर हेरात में जन्मी नादिया नदीम और उनका परिवार अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए डेनमार्क शिफ्ट हो गया. जब नादिया सिर्फ महज़ 11 साल की थीं, और आज वह दुनिया की मशहूर महिला एथलीटों में से एक हैं. साल 2000 में तालिबान ने उनके पिता को उन्हीं के आंखों के सामने मौत के घाट उतार दिया. इस नज़ारे को उनका परिवार सह न सका. और परिवार डेनमार्क जाने को मजबूर हो गया. अफ़ग़ान-डेनिश फ़ुटबॉल खिलाड़ी नादिया (Nadia Nadim) ने बुरे से और बुरा नहीं होने दिया, बल्कि अपने ज़िंदगी को दूसरों के लिए प्रेरणा में बदल दिया, और पहले से ही अब तक की सबसे महान अफगान महिला फ़ुटबॉल खिलाड़ी मानी जाती हैं. उसने डेनमार्क जाने के बाद फुटबॉल को चुना और पीएसजी (PSG) मैनचेस्टर सिटी ( Manchester City F.C.) और उसकी राष्ट्रीय टीम डेनमार्क (Denmark) के लिए खेलते हुए 200 से अधिक गोल के साथ 99 बार राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया. फुटबॉल उनका पहला प्यार हो सकता है. लेकिन ज़बान के लिए उनका प्यार दूसरा कहा जा सकता है. वह 11 ज़बान में बोल सकती हैं और उनमें से ज़्यादा फ्लुएंट बोल लेती हैं, और अभी यह समाप्त नहीं हुआ है. फुटबॉल खेलने के साथ-साथ पांच साल तक पढ़ाई करने के बाद अब वह एक योग्य डॉक्टर हैं.
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