सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया की इसलिए पड़ी जरूरत, जानें क्या है अग्निपथ स्कीम?
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1220466

सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया की इसलिए पड़ी जरूरत, जानें क्या है अग्निपथ स्कीम?

कल रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ स्कीम की शुरूआत की. इसके तहस युवाओं को सेना में 4 साल काम करने का मौका मिलेगा और उन्हें तंख्वाह भी दी जाएगी. 

Agnipath

नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को अग्निपथ स्कीम की घोषणा की है. इसके तहत युवाओं को सेना में चार साल काम करने का मौका मिलेगा साथ ही उनको सैलरी भी दी जाएगी. अग्निपथ स्कीम की वजह से ज्यादा से ज्यादा युवा सेना में अपनी सेवाएं दे सकेंगे. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि सरकार को आग्निपथ स्कीम की जरूरत क्यों पड़ी.

सेना की औसत आयु होगी कम

दरअसल युवाओं की क्षमता ज्यादा होती है. भारतीय सैनिकों की औसत उम्र 32 साल है. अमेरिका के सैनिकों की औसत उम्र 27 वर्ष है. ब्रिटेन के सैनिकों की औसत उम्र 30 वर्ष है. इसका मतलब है कि हमारे सैनिकों की उम्र इन देशों के मुकाबले ज्यादा है. लेकिन अंदाजा लगाया जाता है कि नई स्कीम के तहत भारतीय सेना की औसत उम्र 26 वर्ष हो जायगी.

रक्षा बजट से नए हथियार खरीदेगी सरकार

रिपोर्ट के मुताबिक अब तक सरकार को रक्षा बजट का एक बड़ा हिस्सा सैनिकों को तन्ख्वाह और उनकी पेंशन देने पर खर्च होता था. लेकिन अब सरकार हथियार की खरीद पर ज्यादा पैसे खर्च कर पाएगी. क्योंकि इस योजना से सरकार का पेंशन का खर्च बचेगा. 

साल 2020-21 में सरकार का रक्षा बजट 4 लाख 85 हजार करोड़ रुपये का था. जिसमें से 28 फीसद यानी 1 लाख 34 हजार करोड़ रुपये सरकार ने तंख्वाह देने पर खर्च किए. जबकि 26 फीसद यानी एक लाख 26 करोड़ रुपये पूर्व सैनिकों को पेंशन देने पर खर्च किए. सिर्फ 27 फीसद यानी एक लाख 31 हजार करोड़ रुपये नए हथियारों को खरीदने के लिए बचे. इस तरह से अगर देखें तो रक्षा बजट का 54 फीसद हिस्सा सैलरी और पेंशन पर खर्च हो गया. लेकिन अब इस योजना के तहत इस खर्च को कम किया जा सकेगा. इससे सरकार नए हथियार खरीदेगी.

यह भी पढ़ें: Railways Recruitment: सरकार अगले साल रेलवे में देगी 1.4 लाख नौकरी; कांग्रेस बोली वादा कुछ और था

हाइली स्किल्ड वर्क फोर्स बढ़ेगा

इस स्कीम से हाइली स्किल्ड वर्क फोर्स की उपलब्धता बढ़ जाएगी. सेना में रहते हुए जवान कई तरह की ट्रेनिंग लेता है. कई मुश्किल परिस्थितियों में रहता है. इसके बाद जब वह समाज में एक नागरिक की तरह रहता है तो इससे देश की प्रगति होगी. और इससे देश हाइली स्किल्ड वर्क फोर्स की उपलब्धता बढ़ जाएगी. 

यह स्कीम सिर्फ एक नौकरी नहीं है. सरकार देश के हर नागरिक को देश की रक्षा करने का मौका दे रही है. इसके लिए सैनिकों का एक करोड़ रुपये का बीमा कराया जाएगा. जिसका प्रीमियम खुद सरकार भरेगी. 

अग्निपथ स्कीम के बारे में जानें

ख्याल रहे कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को अग्निपथ स्कीम की घोषणा की है. योजना का ऐलान करते हुए राजनाथ ने कहा कि इससे युवाओं को रोजगार के ज्यादा मौके मिलेंगे. दरअसल अग्निपथ स्कीम के तहत नौजवानों को 4 साल के लिए आर्म्ड सर्विसेज में सेवा का मौका मिलेगा. इस दौरान युवाओं को 30 हजार रुपये वेतन दिया जाएगा. EPF/PPF की सहूलत के साथ अग्निवीर पहले साल 4.76 लाख रुपये पाएंगे. चौथे साल तक वेतन 40 हजार रुपये यानी सालाना 6.92 लाख रुपये मिलेगी. 

Video: 

Trending news