JK News: कश्मीर में नहीं रुक रहीं हत्याएं; आतंकवादियों ने दो 'विलेड डिफेंस गार्ड' को उतार मौत के घाट
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JK News: कश्मीर में नहीं रुक रहीं हत्याएं; आतंकवादियों ने दो 'विलेड डिफेंस गार्ड' को उतार मौत के घाट

Jammu and Kashmir News: जम्मू व कश्मीर में विधानसभा इलेक्शन हो चुके हैं. यहां नया मुख्यमंत्री बनाया जा चुका है लेकिन यहां आतंकवादी हमले नहीं रुके हैं. आज आतंकवादियों ने दो लोगों को पहले गिरफ्तार किया फिर उनको मौत के घाट उतार दिया.

JK News: कश्मीर में नहीं रुक रहीं हत्याएं; आतंकवादियों ने दो 'विलेड डिफेंस गार्ड' को उतार मौत के घाट

Jammu and Kashmir News: जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकवादियों ने 'विलेज डिफेंस गॉर्ड' के दो लोगों को किडनैप किया और उनका कत्ल कर दिया. हाल ही में जम्मू व कश्मीर के श्रीनगर में मौजूद संडे मार्केट में एक ग्रेनेड अटैक हुआ, इसमें 12 लोग जख्मी हुए. यह मामला इसके कुछ दिनों के बाद पेश आया है. अधिकारियों ने बताया कि 'विलेज डिफेंस कमेटी' के दो सदस्य नाजिर अहमद और कुलदीप कुमार को जिला किश्तवाड़ के जंगल एरिया से बृहस्पतिवार को किडनैप कर लिया गया, इसके बाद उन्हें मार दिया गया. 

आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान
अधिकारियों ने आगे बताया कि "आतंकवादियों को पकड़ने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है." बृहस्पतिवार के दिन उत्तर कश्मीर के सोपोर जिले में भी एक सर्च ऑपरेशन अभियान चलाया गया. सूत्रों के मुताबिक यहां दो से तीन आरोपी फंस गए.

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उमर अब्दुल्लाह की अपील
श्रीनगर में विस्फोट के बाद जम्मू व कश्मरी के मुख्यमंत्री ने सिक्योरिटी फोर्सेज से कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में जितनी जल्दी हो सके हमले बंद की कोशिश करें. उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर लिखा कि "पिछले कुछ दिनों से घाटी के कई हिस्सों में हमलों और मुठभेड़ों की खबरें सुर्खियों में हैं. श्रीनगर में 'रविवार बाजार' में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की आज की खबर बेहद परेशान करने वाली है. निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता. सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द हमलों की इस लहर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि लोग बिना किसी डर के अपनी जिंदगी गुजार सकें."

पहले भी हुए हमले
पिछले हफ़्ते जम्मू-कश्मीर के बडगाम में भी दो प्रवासी मज़दूरों को गोली मारी गई थी. उससे एक पखवाड़े से भी कम समय में प्रवासी मज़दूरों पर तीन हमले हुए थे, जिनमें से सबसे घातक 20 अक्टूबर को गंदेरबल ज़िले में एक सुरंग निर्माण स्थल पर एक स्थानीय डॉक्टर और बिहार के दो मज़दूरों सहित सात लोगों की हत्या थी.

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