कीटनाशक खेती छोड़ जैविक खेती की ओर क्यों बढ़ रहे हिमाचल के किसान?
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कीटनाशक खेती छोड़ जैविक खेती की ओर क्यों बढ़ रहे हिमाचल के किसान?

Organic Farming: हिमाचल प्रदेश में किसान कीटनाशक खेती के बजाए अब जैविक खेती को अपना रहे हैं. इन किसानों का कहना है कि उन्हें इस खेती से अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है. 

 

कीटनाशक खेती छोड़ जैविक खेती की ओर क्यों बढ़ रहे हिमाचल के किसान?

राकेश मल्ही/ऊना: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को जैविक खेती को अपनाने के लिए जागरूक किया जा रहा है ताकि किसान कीटनाशक खेती को छोड़कर जैविक खेती को अपना सकें और अच्छी गुणवत्ता वाली सब्जियां उगाकर जनता तक पहुंचा सकें. 

क्या हैं जैविक खेती के फायदे?
ऊना के किसानों ने जैविक खेती के बारे में बताते हुए कहा कि जिला ऊना के बनगड गांव में एक प्रगतिशील युवा किसान द्वारा जैविक खेती को अपनाया गया है. उन्होंने खुद इस तकनीक से अपने खेत में कई तरह की सब्जियां उगाई हई हैं. सुरेश कुमार पहले कीटनाशक का इस्तेमाल कर सब्जियां उगाता था. इससे सब्जियों की पैदावार तो बेहतर होती थी, बल्कि मिट्टी भी जल्दी से खराब नहीं होती. सुरेश ने 1 साल पहले जैविक खेती को शुरू किया था जब उसे जैविक खेती में बेहतर परिणाम मिले तो उन्होंने अपने खेतों में फूल गोभी, टमाटर, शलगम, चुकंदर की फसल उगाई हुई. जैविक खेती के इस्तेमाल से फसलों का परिणाम अच्छा आ रहा है. उन्हें अपनी फसल के मार्केट में उचित दाम भी मिल रहे हैं.

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जैविक खेती से किसानों को कितना फायदा?
उन्होंने कहा कि जैविक खेती के इस्तेमाल से उनके खेतों में स्वादिष्ट सब्जियां उग रही हैं. इतना ही नहीं उनकी सब्जियां हाथों-हाथ मार्केट में भी बिक रही हैं. सुरेश द्वारा जैविक खेती के इस्तेमाल के लिए वह सब्जियों की पनीरी भी पैदा कर रहे हैं. उसी पनीरी से फसलें तैयार कर मार्केट में बेच रहा है, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है. सुरेश कुमार और किसानों को भी जैविक खेती अपनाने के लिए संदेश दे रहा है.

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जैविक खेती के बारे में क्या कहते हैं किसान?
वहीं जैविक खेती एक्सपर्ट की मानें तो वह किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए जागरूक कर रहे हैं. वह पहले किसानों को सैंपल के तौर पर एक कनाल भूमि पर जैविक खेती की फसल उगाने की शुरुआत करते हैं, जिसका बेहतर परिणाम आने के बाद फिर उसको बड़ी मात्रा में पैदा करने के लिए प्रेरित करते हैं. जैविक खेती एक्सपर्ट की मानें तो जैविक खेती करने के लिए जैविक खाद का ही इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है. इसमें सबसे ज्यादा गोबर की खाद अहम भूमिका निभाती है. हिमाचल प्रदेश में किसान लगातार जैविक खेती को अपना रहे हैं. वे इसमें काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.

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