Palampur News in Hindi: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयसिंहपुर, पालमपुर और सुलह में 492 करोड़ की कई विकास परियोजनाओं के उद्घाटन तथा शिलान्यास किया.
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Palampur News: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिला के अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान पालमपुर, जयसिंहपुर और सुलह विधानसभा क्षेत्र में 492 करोड़ 34 लाख की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन तथा शिलान्यास किया.
आज कांगड़ा के पालमपुर में करोड़ों रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित किया।
विपक्ष हिमाचल की प्रगति में चाहे जितनी भी बधाएं डालने की कोशिश करे, लेकिन हिमाचल के हित में हमारे कार्य नहीं रुकेंगे। pic.twitter.com/NVpcFPbu39
— Sukhvinder Singh Sukhu (SukhuSukhvinder) March 14, 2024
मुख्यमंत्री ने जहां इस दौरान जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 140 करोड़ 67 लाख रुपये की सौगातें दीं, तो वहीं अकेले पालमपुर को 302 करोड़ 51 लाख रुपये की लागत से कई परियोजनाओं को जनता के सपुर्द किया. वहीं सुलह विधानसभा क्षेत्र में करीब 50 करोड़ के विकास कार्यों के उद्घाटन और शिलान्यास भी किये.
अपने जनसंबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली तो उस वक्त प्रदेश 75 हजार करोड़ के कर्ज तले दबा हुआ था. हर नागरिक के ऊपर करीब 92 हजार करोड़ का कर्ज था तो प्रदेश के खजाने में महज 120 करोड़ रुपया ही बचा हुआ था. ऐसे में उनके सामने प्रदेश को सुचारू रूप से चलाने की बहुत बड़ी चुनौती थी. फिर भी उन्होंने रात दिन एक करके पाई-पाई जोड़कर आज हिमाचल को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में काम किया है. जिसकी झलक इस बार के बजट में साफ देखने को मिलती है.
सीएम ने कहा कि प्रदेश में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जिस प्राकृतिक आपदा को देखा वो एतिहासिक थी. इस दौरान करीब 16 हजार परिवार घर से बेघर हुये, कईयों के जीवन भर की जमा पूंजी मटियामेट हो गई. आशियाने तबाह हो गये तो उस वक्त सरकार के सामने उन्हें राहत के तौर पर दिलासा नहीं बल्कि मोटी रकम के तौर पर मरहम लगाने की जरूरत थी. बावजूद इसके प्रदेश के कानून और नियम इस बात की इजाजत नहीं दे रहे थे कि बेघर हुए परिवारों को एक या डेढ लाख रुपये से ज्यादा की राहत राशि दी जा सके.
बावजूद इसके उन्होंने रात रात भर कानून की किताबें पढ़कर चिंतन मनन कर इसका भी रास्ता निकाला और अब डेढ नहीं बल्कि घर बनाने के लिये सीधे सात-सात लाख रुपये देने का प्रावधान किया. ठीक इसी तरह से और भी कई ऐसे फैसले लिये जो कि जनहित में थे.
प्राकृतिक आपदा के दौरान भाजपा के रवैये पर अक्रामक टिप्पणी करते हुए सीएम ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रदेश में आर्थिक संकट पैदा हो गया. हमने केंद्र से भी विशेष पैकेज की गुहार लगाई, मैं खुद प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिला और विशेष पैकेज मांगा मगर उन्होंने कोई मदद नहीं की. यहां तक कि प्रदेश की भाजपा ने भी हमारा कोई सहयोग नहीं किया. नतीजतन हमने ही अपने स्तर पर 45सौ करोड़ रुपये का राहत पैकेज दिया, जिससे प्रदेश में आई प्राकृतिक त्रास्दी से प्रभावितों ने राहत की सांस ली.
इस आपदा में ढाई सौ करोड़ रुपये प्रदेश के युवाओं से लेकर बुजुर्गों और छोटे बच्चों तक ने दान दिया लेकिन केंद्र कोई सहयोग नहीं कर पाया. क्या ऐसी भाजपा की सरकारें प्रदेश का भला कर पाएंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों की सरकार है. हमने राजस्व विभागों के चक्कर काटने वाले किसानों को पटवार सर्कल के चक्कर कटवाने से बचाया. हमने राजस्व विभाग की नीतियों में ऐसा संसोधन किया कि जो सालों से इंतकाल नहीं हो पाते थे. उनकी समयसारिणी तय की और महज तीन महीनों में उन्हें निपटाने के दिशा निर्देश जारी किये ताकि किसानों आम लोगों को राहत मिल सके.
मुख्यमंत्री ने बड़े ही अक्रामक अंदाज में भाजपा पर पलटवार करते हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को क्यों वोट दें इसका भी इस मंच से प्रचार कर दिया. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हमारी कुर्सी को हथियाना चाहते हैं. शायद यही वजह है कि हमारे विधायकों को नोट के बदले वोट का लालच देकर खरीद लिया और फिर राज्यसभा में उनसे वोटिंग करवाई जो विधायक रात दिन हमारे साथ रहे वो एन वक्त पर बिकाऊ निकले और उन्होंने जनता की ताकत को नोटों में तोलते हुये भाजपा का साथ दिया.
उसके बाद अब वो डर के साये में दिन व्यतीत कर रहे हैं. जिस भाजपा ने कुर्सी हथियाने के लिये नोटों का सहारा लिया है. कल अगर वो आपके पास आ गये तो उस धन को आपसे ही निचोड़ने का काम करेंगे. देवभूमि में इमान बेचा नहीं जाता. वहां हमारे 6 विधायकों ने इमान बेच दिया और भाजपा ने प्रदेश को शर्मसार किया. इसके लिये उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी.
सीएम ने आगे कहा की आज जो बागी हुए हैं उनमें से एक बागी कांगड़ा से भी है. इनको कांग्रेस ने बहुत सम्मान दिया. मुख्यमंत्री ने सीधा इशारा सुधीर शर्मा की तरफ करते हुए कहा की उनके पिता को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष कैबिनेट मिनिस्टर भी बनाया था, कांग्रेस के सिपाही रहे हैं, लेकिन उसके बाबजूद कांग्रेस के खिलाफ बगावत की गई.
आज यह बागी जहां रह रहे हैं इन लोगों को का खर्चा अभी तक 2 करोड़ से अधिक खर्चा हो चुका है और यह खर्च आखिर कौन कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा की भाजपा नोट के बल पर सत्ता हासिल करने का प्रयास कर रही है और मुख्यमंत्री की कुर्सी को हथियाना चाहते हैं, तो जनता ही बताए क्या यह सही है क्या ऐसे लोग जनता के हो सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा की मुझे सत्ता की भूख नहीं हैं. मुझे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सरकार में भी दो बार मौका मिला, लेकिन मैने खुद ही इंकार की है. मुझे बनाने वाली जनता है. मुख्यमंत्री ने कहा की आज जो बागी हुए हैं वो मेंढक की तरह उछल कूद कर रहे हैं. वह बिना सता के तड़प रहे हैं.
रिपोर्ट- अनुप चंद धीमान, पालमपुर