बिलासपुर के लिए उपलब्धि भरा रहा साल 2024, गोविंद सागर झील से लेकर डिजिटल लाइब्रेरी तक मिली सौगात
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बिलासपुर के लिए उपलब्धि भरा रहा साल 2024, गोविंद सागर झील से लेकर डिजिटल लाइब्रेरी तक मिली सौगात

Bilaspur News: अलविदा 2024, बिलासपुर जिला के लिए उपलब्धि भरा रहा वर्ष 2024. इस खबर में जानिए बिलासपुर को इस साल क्या-क्या सौगात मिली. 

बिलासपुर के लिए उपलब्धि भरा रहा साल 2024, गोविंद सागर झील से लेकर डिजिटल लाइब्रेरी तक मिली सौगात

Bilaspur News: "अलविदा 2024" नए साल के आगाज के साथ ही जहां बिता वर्ष गुजर गया हो, लेकिन यह बिता साल अपने पीछे खट्टी-मीठी यादें छोड़ गया है. जी हां लोगों ने साल 2024 को अलविदा कह कर वर्ष 2025 का खुले हाथों से स्वागत किया है तो वहीं बीता वर्ष अपने पीछे किस तरह के निशान छोड़ गया है आज हम उसकी बात करेंगे. 

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला की बात की जाए तो वर्ष 2024 में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर टूरिज्म की शुरुआत ने पर्यटन को नए पंख लगाए हैं, जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा की गई थी. वहीं वाटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर टूरिज्म के तहत गोविंद सागर झील में मिनी क्रूज, शिकारा, स्पीड मोटर बोट्स व पैरासेलिंग मोटरबोट आने से जहां पयर्टन को बढ़ावा मिला तो साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हुए. 

इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी की भी शुरुआत मुख्यमंत्री द्वारा की गई, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को डिजिटल प्लेटफार्म पर पढ़ाई की सुविधा मिल पाई. वहीं इन उपलब्धियों को लेकर बिलासपुर जिला से संबंध रखने वाले परवेश चंदेल, स्वदेश व मनोहर लाल शर्मा का कहना है कि वर्ष 2024 बिलासपुर जिला के लिए उपलब्धियों भरा रहा तो साथ ही वर्ष 2025 से भी उन्हें काफी उम्मीदें जुड़ी हैं. 

उनका कहना है कि बिलासपुर जिला में चल रहे बड़े प्रोजेक्ट जैसे भनुपल्ली-बिलासपुर रेलवे लाइन निर्माण का कार्य जिस तेजी से चला हुआ है. उसे देखते हुए उन्हें पूरी उम्मीद है कि वर्ष 2025 के अंत तक रेल बिलासपुर पहुंच जाएगी और लोगों को अन्य राज्यों में आने जाने की और आसानी होगी. 

इसके साथ ही एम्स अस्पताल बिलासपुर में भी नई सुविधाएं शुरू हो जाएंगी, जिससे हिमाचल प्रदेश के मरीजों को ईलाज के लिए अन्य राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा. इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की है. शिमला-मटौर नेशनल हाइवे पर फोरलेन निर्माण का कार्य भी शुरू किया जाए और घुमारवीं से होकर हमीरपुर व धर्मशाला, कांगड़ा आने जाने वाले वाहनों के लिए बाईपास का निर्माण किया जाए ताकि घुमारवीं शहर में अकसर बन रहे जाम की स्थिति से निपटा जा सके.

रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर

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