दुनिया के पांच सबसे बड़े बम, एक का तो नाम है 'बाप'!

Worlds five biggest bombs: जहां सबसे ज्यादा तबाही मचाने के लिए परमाणु बमों को जाना जाता है लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी गैर-परमाणु बम हैं, जिनका कोई मुकाबला नहीं. भारत के पास भी एक.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Jan 20, 2025, 10:28 AM IST
दुनिया के पांच सबसे बड़े बम, एक का तो नाम है 'बाप'!

Biggest Non-nuclear bombs: बात 2017 की जब एक बार अमेरिका ने अफगानिस्तान में 'सबसे बड़ा बम' गिराया, जिसका नाम था मदर ऑफ ऑल बॉम्ब (Mother of all Bombs). अमेरिकी सेना ने कहा कि उनके द्वारा पहली बार सबसे बड़ा नॉन-न्यूक्लियर बम गिराया. तो अब ऐसे में जहां सबसे ज्यादा तबाही मचाने के लिए परमाणु बमों को जाना जाता है लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी गैर-परमाणु बम हैं, जिनका कोई मुकाबला नहीं. भारत के पास भी एक.

मदर ऑफ ऑल बॉम्ब (GBU-43/B)

एक गैर-परमाणु हथियार होने के कारण, MOAB के उपयोग के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है. यह एक बड़ा हथियार है, जो 30 फीट (9 मीटर), 21,600 पाउंड (9,800 किलोग्राम), जीपीएस-निर्देशित बम है, जिसे MC-130 परिवहन विमान के कार्गो दरवाजे से गिराया जाता है और जमीन पर गिरने से कुछ देर पहले ही विस्फोट हो जाता है.

यह फटा तो एक विशाल विस्फोट होता है, जो हर दिशा में एक मील तक जाता है. इसे 18,000 एलबी टीएनटी से बनाया गया है.

बंकर-बस्टर (MOP)

एक रिपोर्ट ने पिछले साल बताया कि अमेरिकी सेना संयंत्र को अमेरिका के सबसे बड़े गैर-परमाणु बम के उत्पादन को तीन गुना करने के लिए अपग्रेड किया जा रहा है, जिसे अनौपचारिक रूप से 'बंकर बस्टर' के रूप में जाना जाता है.

मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP), जिसे GBU-57A/B के नाम से भी जाना जाता है, एक सटीक-निर्देशित, 30,000 पाउंड का बम है जिसका उपयोग अमेरिकी वायु सेना द्वारा किया जाता है.

फादर ऑफ ऑल बॉम्ब (ATBIP)
यह बम, सभी बमों के बाप से जाना जाता है. FOAB का आधिकारिक नाम ATBIP (बढ़ी हुई शक्ति का विमानन थर्मोबैरिक बम) है. इस बम का वजन लगभग 7,100 किलोग्राम है और इसकी विस्फोटक क्षमता 44 टन TNT के बराबर है.

FOAB एक थर्मोबैरिक विस्फोटक का उपयोग करता है, जो हवा में विस्फोट करने की अपनी क्षमता के कारण विशेष रूप से विनाशकारी है, जिससे उच्च दबाव वाली विस्फोट तरंग और लंबे समय तक दहन प्रभाव पैदा होता है. यह इसे संरचनाओं, किलेबंदी और कर्मियों सहित नरम और कठोर लक्ष्यों के खिलाफ बेहद प्रभावी बनाता है.

FOAB को पहली बार 2007 में आम जनता के सामने पेश किया गया था, जिसमें पारंपरिक हथियारों में रूस की प्रगति को दर्शाया गया था। रूस ने इस बम को अमेरिकी मैसिव ऑर्डनेंस एयर ब्लास्ट (MOAB) के जवाब में विकसित किया था.

जीबीयू-28 हार्ड टारगेट पेनेट्रेटर
इजरायल और दक्षिण कोरिया की वायु सेनाओं के पास अमेरिका द्वारा आपूर्ति किए गए 5,000-पाउंड के GBU-28 बंकर बस्टर बम हैं. इन बमों को USAF ने 1991 में इराकी बंकरों, सैन्य प्रतिष्ठानों और उच्च मूल्य के रणनीतिक लक्ष्यों पर हमला करने के लिए ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म के दौरान तैनात किया था. GBU-28, पेववे III बम का एक ऐसा प्रकार है, जो छह मीटर कंक्रीट को उखाड़ फेंक सकता है.

स्पाइस बम
बात भारत के बम की, जो सबसे खतरनाक बमों की लिस्ट में शामिल है. इजराइल निर्मित SPICE (स्मार्ट प्रिसाइज इम्पैक्ट एंड कॉस्ट इफेक्टिव) बम भारतीय वायुसेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे बड़ा पारंपरिक बम है. इजराइली फर्म राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा निर्मित, 2000-एलबी प्रिसिशन गाइडेड बमों का इस्तेमाल फ्रांसीसी मूल के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों पर किया जाता रहा है. इसका वजन 900 किलोग्राम के करीब बताया जाता है. वहीं, चीन के पास 1350 किलो वाले बत बताए जाते हैं.

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