सीजफायर पर संकट! इजरायल ने लेबनान में किए ड्रोन हमले, निगरानी विमान अब भी इलाके में मौजूद

लेबनान की सरकारी मीडिया ने शनिवार को जानकारी दी कि इजरायल के एक ड्रोन ने दक्षिणी लेबनान में हमला किया. यह हमला ऐनाता कस्बे के बाहरी इलाके में हुआ, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. लेबनान की नेशनल न्यूज एजेंसी (NNA) ने बताया कि इजरायली ड्रोन और निगरानी विमान अभी भी इलाके में उड़ान भर रहे हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 15, 2025, 09:36 PM IST
  • 27 नवंबर से लागू है संघर्षविराम
  • संघर्षविराम के भविष्य पर संशय
सीजफायर पर संकट! इजरायल ने लेबनान में किए ड्रोन हमले, निगरानी विमान अब भी इलाके में मौजूद

नई दिल्लीः लेबनान की सरकारी मीडिया ने शनिवार को जानकारी दी कि इजरायल के एक ड्रोन ने दक्षिणी लेबनान में हमला किया. यह हमला ऐनाता कस्बे के बाहरी इलाके में हुआ, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. लेबनान की नेशनल न्यूज एजेंसी (NNA) ने बताया कि इजरायली ड्रोन और निगरानी विमान अभी भी इलाके में उड़ान भर रहे हैं.

27 नवंबर से लागू है संघर्षविराम

इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच 27 नवंबर को संघर्षविराम लागू हुआ था, जो पहले 60 दिनों तक चलने वाला था, लेकिन अब इसे 18 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है. इस समझौते के तहत लेबनान की सेना को दक्षिणी लेबनान में तैनात किया जाना था. संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों को भी तैनात किया जाना था. इजरायली सेना को धीरे-धीरे वहां से हटना था. हिज्बुल्लाह को भी सीमा के पास से अपने ठिकाने खाली करने थे.

हालांकि, दोनों पक्ष एक-दूसरे पर संघर्षविराम के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं. इजरायल ने लेबनान में कई हवाई हमले किए हैं, जिनमें हिज्बुल्लाह के हथियार और लॉन्चिंग साइट्स को निशाना बनाया गया.

एक वरिष्ठ इजरायली सुरक्षा अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि सेना तय समयसीमा के अंदर लेबनानी इलाकों से हटने को तैयार है, लेकिन लेबनान के संसदीय अध्यक्ष नबीह बेरी ने दावा किया कि अमेरिका ने उन्हें जानकारी दी है कि इजरायल 18 फरवरी को हटेगा, लेकिन पांच स्थानों पर मौजूद रहेगा. उन्होंने इजरायली सेना की इन पांच जगहों पर तैनाती को अस्वीकार कर दिया.

संघर्षविराम के भविष्य पर संशय

इजरायली सेना ने गुरुवार रात कहा कि उसने हिज्बुल्लाह के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. इससे साफ है कि सीमा पर अभी भी तनाव बना हुआ है. अब नजरें 18 फरवरी पर हैं, जब इजरायल को पूरी तरह से हटना है. अगर इजरायल पीछे नहीं हटता है तो यह संघर्षविराम के भविष्य को प्रभावित कर सकता है और नए संघर्ष की आशंका बढ़ सकती है.

यह भी पढ़िएः कौन हैं वो तीन इजरायली बंधक, जिनके बदले 369 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेंगे नेतन्याहू

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़