प्रवासी खेतिहर मजदूर हटाओ, रोबोट से खेती करवाओ, किसानों से कहने वाली है यहां की सरकार

किसान नेताओं ने खीरा, टमाटर, ब्रोकली, फूलगोभी, बैंगन और मिर्च की कमी की चेतावनी दी है. इस समस्या से निपटने के लिए सरकार नई योजना पर काम कर रही है. जल्द खेती करने वाले रोबोटों की नई पीढ़ी को तैनात किया जाएगा. 

Written by - Anand Singh | Last Updated : Jul 30, 2022, 08:25 AM IST
  • ब्रिटेन में खेतिहर मजदूरों की हो रही कमी
  • कटाई के विभिन्न तरीकों को खोजना होगा
प्रवासी खेतिहर मजदूर हटाओ, रोबोट से खेती करवाओ, किसानों से कहने वाली है यहां की सरकार

लंदन: खेतिहर मजदूरों की तेजी से कमी होती जा रही है और आशंका है कि इसका असर फल और सब्जी के उत्पादन पर भी पड़ सकता है. किसान नेताओं ने खीरा, टमाटर, ब्रोकली, फूलगोभी, बैंगन और मिर्च की कमी की चेतावनी दी है. इस समस्या से निपटने के लिए ब्रिटेन की सरकार नई योजना पर काम कर रही है. लीक हुई सरकारी योजना से पता चलता है कि खेती करने वाले रोबोटों की नई पीढ़ी को तैनात किया जाएगा. 

वहीं सरकार किसानों से कहेगी कि वे खेती में कम वेतन (लो-वेज) पाने वाले प्रवासी खेतिहर मजदूरों का इस्तेमाल न करें. खासकर फल और सब्जी उगाने में, इनकी जगह वे रोबोट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

सरकार का मानना है कि ब्रिटिश किसान अब अपनी फसल काटने के लिए कम वेतन वाले मौसमी प्रवासी श्रमिकों पर भरोसा नहीं कर सकते हैं, जिसका अर्थ है कि कटाई के विभिन्न तरीकों को खोजना होगा. 

'बागवानी में स्वचालन' का मिशन
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी जल्द ही खाद्य नेटवर्क में बदलाव की घोषणा करेंगे, जिसमें 'बागवानी में स्वचालन' के लिए एक अभियान भी शामिल है, जिसका अर्थ रोबोट का अधिक से अधिक उपयोग होगा.

रविवार को मेल में लीक हुए एक अप्रकाशित खाद्य रणनीति श्वेत पत्र में योजनाओं का खुलासा किया गया है. इस सप्ताह प्रकाशित होने से पहले पेपर को कैबिनेट मंत्रियों के बीच वितरित कर दिया गया है. अप्रवासी फल और सब्जी बीनने वालों को बदलने के लिए खेती करने वाले रोबोटों की एक नई पीढ़ी को तैनात किया जाएगा. श्वेत पत्र खेती के लिए रोबोट और मशीनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक नए अभियान का वादा करता है.

यूक्रेन युद्ध का असर
मौसमी कृषि श्रमिक योजना के तहत कई श्रमिक पहले यूक्रेन से ब्रिटेन आ चुके हैं, लेकिन रूस के साथ युद्ध ने श्रम की आपूर्ति का संकट खड़ा कर दिया है. कृषि समूहों ने सरकार से आव्रजन आवश्यकताओं में ढील देने का आह्वान किया है ताकि इस गर्मी में 10,000 अतिरिक्त श्रमिकों की कमी को पूरा किया जा सके. लेकिन लीक हुए पेपर से पता चलता है कि सरकार किसानों को यह बताने की तैयारी कर रही है कि वे लंबे समय में प्रवासी मजदूरों पर भरोसा नहीं कर सकते.

वैज्ञानिकों का कहना है कि कृषि रोबोट में तेजी से सुधार हो रहा है. प्लायमाउथ विश्वविद्यालय की एक स्पिनआउट कंपनी फील्डवर्क रोबोटिक्स ने हाल ही में एक का अनावरण किया जो रास्पबेरी चुनता है, जिसे लंबे समय से मशीनों के लिए सबसे कठिन चुनौती माना जाता रहा है.

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