नई दिल्ली: Sonu Matka Encounter: दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर सोनू मटका को एनकाउंटर में मार गिराया है. दिल्ली के फर्श बाजार में हुए डबल मर्डर केस का मुख्य आरोपी सोनू मटका ही था. उसका एनकाउंटर स्पेशल सेल ने मार गिराया. सोनू मटका इससे पहले हाशिम बाबा गैंग से भी जुड़ा हुआ था. पहले वह मोटर मैकेनिक भी था. चलिए, जानते हैं कि सोनू मटका कौन था?
इलाज के दौरान हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, पुलिस की सोनू से बागपत-मेरठ के पास मुठभेड़ हुई. जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सोनू के पास से पिस्टल और कारतूस भी बरामद किए हैं. सोनू का साथी राशिद फिलहाल विदेश में है. सोनू ने एक चाचा-भतीजा की हत्या कर दी थी.
क्या है पूरा मामला, पुलिस क्यों पीछे थी?
दरअसल, दीपावली के दिन दिल्ली के फर्श बाजार में एक चाचा-भतीजा की हत्या हुई थी. पुलिस ने इस डबल मर्डर केस में जांच की तो पाया कि दोनों की हत्या सोनू मटका ने गोली मारकर की. सोनू मटका पर हत्या, लूट, हत्या की कोशिश समेत 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. सोनू मटका 2021 में तिहाड़ जेल से परोल पर बाहर आया था, तभी से फरार था. सोनू 50,000 रुपये का इनामी बदमाश था.
कौन था सोनू मटका?
सोनू मटका की उम्र 39 वर्ष है. वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर की एक हरिजन बस्ती में रहता था. उसके पिता का नाम श्याम पाल सिंह है. मूल रूप से सोनू मटका यूपी के बागपत का रहने वाला था. सोनू मटका ने 8वीं तक पढ़ाई की. बार में मोटर मैकेनिक के तौर पर काम करने लगा. फिर उसने जुर्म की दुनिया का रास्ता अपनाया. सबसे पहले सोनू मटका को रमेश ज्वैलर की डकैती और हत्या के मामले में यूपी में गिरफ्तार किया गया था. सोनू आदतन अपराधी था. उसने कई हत्याएं और डकैतियां की.
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