नई दिल्लीः Manmohan Singh Love Story: मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया. वह अपने पीछे पत्नी और तीन बेटियों को छोड़ गए हैं. डॉ. सिंह की पत्नी गुरुशरण सिंह इतिहास की प्रोफेसर, लेखिका और कीर्तन गायिका हैं. उनकी और मनमोहन सिंह की शादी का किस्सा काफी रोचक है. कहने को तो उनकी अरेंज्ड मैरिज हुई थी लेकिन दोनों पहली मुलाकात में ही एक-दूसरे को दिल दे बैठे थे.
दहेज के लिए कर दिया था इनकार
बताते हैं कि मनमोहन सिंह साल 1957 में कैंब्रिज से पढ़ाई करके लौटे थे. परिवार उनकी शादी करना चाहता था. उनके लिए एक रिश्ता आया. हालांकि लड़की पढ़ी-लिखी नहीं थी लेकिन दहेज काफी मिल रहा था. इस पर मनमोहन सिंह ने साफ शब्दों में घर पर बता दिया कि उन्हें दहेज नहीं बल्कि शादी के लिए पढ़ी-लिखी लड़की चाहिए.
गुरुशरण सिंह का बचाव किया था
रिपोर्ट्स की मानें तो इसी बीच गुरुशरण सिंह की बड़ी बहन बसंत को मनमोहन सिंह के बारे में पता चला. वह अपनी बहन का रिश्ता लेकर मनमोहन सिंह के घर पर पहुंच गई थीं. तब गुरुशरण सिंह सफेद सलवार कमीज में आई थीं. मनमोहन सिंह ने उन्हें देखते ही हां कर दी थी. इसके बाद एक संगीत समारोह में गुरशरण सिंह कीर्तन गा रही थीं. डॉ. सिंह वहीं मौजूद थे. यहां उन्होंने गुरुशरण सिंह का बचाव भी किया.
इंप्रेस करने के लिए नाश्ते पर बुलाया
दरअसल संगीत समारोह के बाद गुरुशरण सिंह के गुरु ने उनकी प्रस्तुति पर नाखुशी जताई और कहा कि उन्होंने अच्छा गीत नहीं गया. इस पर मनमोहन सिंह ने कहा, 'नहीं गुरु जी, ऐसा नहीं है, उन्होंने अच्छा गाया!' इसके बाद मनमोहन सिंह ने गुरुशरण सिंह को इंप्रेस करने के लिए उन्हें अपने घर नाश्ते के लिए बुलाया था. यहां उन्होंने उनको अंग्रेजी नाश्ते (अंडा और टोस्ट) से इंप्रेस करने की कोशिश की थी. दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे तो 1958 में उनकी शादी हो गई.
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