25 की उम्र में करना चाहते थे एआर रहमान सुसाइड, आज अंतराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान

एआर रहमान ने ऑस्कर से लेकर गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. आइए जानते हैं उनसे जुड़ी 10 दिलचस्प बातें-

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 6, 2021, 11:48 AM IST
  • ग्लोडन ग्लोब अवॉर्ड जीतने वाले पहले भारतीय
  • ऑस्कर से लेकर जीत चुके हैं कई नेशनल अवॉर्ड
25 की उम्र में करना चाहते थे एआर रहमान सुसाइड, आज अंतराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान

नई दिल्ली: 6 जनवरी 1967 को तमिलनाडु में जन्में ए आर रहमान (A. R. Rahman) ने पूरी दुनिया में भारतीय संगीत को एक विशेष पहचान दिलवाई है. रहमान ने ऑस्कर से लेकर गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. आइए जानते हैं उनसे जुड़ी 10 दिलचस्प बातें-

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1. ए आर रहमान (A. R. Rahman)  ने महज 9 साल की उम्र में अपने पिता आर के शेखर को खो दिया था. रहमान के पिता भी तमिल और मलाइम फिल्म इंडस्ट्री के म्यूजिक डायरेक्टर थे.
2. रहमान के पिता की मृत्यु के बाद उनकी मां करीमा बेगम ने ही अकेले घर को संभाला जिस वजह से उनका बचपन काफी मुश्किलों से भरा हुआ था. रहमान की मां पिता के वाद्य यत्रों को किराए पर दिया करती थी.
3. रहमान जब 11वीं कक्षा में थे तब उनकी मां ने उन्हें संगीत की शिक्षा दिलवाई. युवास्था में रहमान को घर चलाने के लिए काम करना पड़ता था जिसके चलते रहमान अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए और स्कूल छोड़ना पड़ा. रहमान ने स्कूल तो छोड़ दिया लेकिन संगीत शिक्षा को जारी रखा.

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4. रहमान ने महज 11 साल की उम्र में मलयालम संगीतकार एमके अर्जुन के लिए ऑर्केस्ट्रा बजाना शुरू किया जिसके बाद उन्हें  एमएस विश्वनाथन, इल्लैराजा, रमेश नायडू और राज कोटी के साथ काम करने का मौका मिला.  करियर के शुरुआती दौर में रहमान ने जिंगल और विज्ञापन पर भी काम किया.

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5. रहमान कभी भी फिल्मों में संगीत देना नहीं चाहते थे लेकिन आर्थिक स्थिति की वजह से वह फिल्मों से जुड़े.  वे बैंड और नॉन-फिल्मी म्यूजिक तक ही सीमित रहना चाहते थे. रहमान ने हिंदी के अलावा तेलेगु, मल्ल्यालम, कन्नड़ और तमिल भाषा में भी संगीत दिया है. 


6. रहमान महज 25 साल के थे जब वह आत्महत्या की सोचते थे क्योंकि वह तब तक खुद को असफल मानते थे.
7. रहमान को 1992 में बड़ा ब्रेक मणिरत्नम ने दिया और अपनी फिल्म रोजा में गाने का मौका दिया. इसके बाद रहमान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.  फिल्म में दिए गए गाने के लिए रहमान को फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला. 
8. यूं तो रहमान ने अपने नाम सैकड़ों अवॉर्ड किए हैं लेकिन उनसे से प्रमुख चार नेशनल अवॉर्ड, गाने जय हो के लिए ऑस्कर अवॉर्ड,  ‘जय हो’ के लिए सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं.


9. रहमान एकमात्र भारतीय है जिन्होंने अपने नाम ग्लोडन ग्लोब अवॉर्ड किया.

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10. रहमान से 23 साल की उम्र में अपना हिंदू धर्म को छोड़ इस्लाम धर्म को अपना लिया.

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