नई दिल्ली:Sunil Dutt Birth Anniversary: फिल्मी दुनिया में कम ही ऐसे लोग होंगे, जो अपनी बेहतरीन अदाकारी के साथ-साथ अपने सादगी भरे व्यवहार से भी लोगों का दिल जीत लेते हैं. ऐसे ही एक कलाकार थे सुनील थे, जिनकी फिल्में आज भी लोगों के दिलों पर छाई हैं. सुनील दत्त के लिए कहा जाता है कि वह एक शानदर कलाकार होने के साथ ही आकर्षक और अपनी बातों के पक्के शख्स थे.
मजबूरी में की बस कंडक्टर की नौकरी
सुनील दत्त कॉलेज में पढ़ रहे थे, उस दौरान उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. ऐसे में सितारों की नगरी मुंबई में गुजारा करने के लिए सुनील दत्त इधर-उधर नौकरी की तलाश में भटकने लगे. कड़ी मशक्त के बाद सुनील दत्त को मुंबई बेस्ट की बसों में बतौर कंडक्टर नौकरी मिल गई थी. इस नौकरी से उनकी दिक्कतें थोड़ी कम हुई.
रेडियो जॉकी बन किया काम
बस कंडक्टर की नौकरी करते-करते सुनील दत्त हमेशा सोचते थे कि मुझे कुछ बड़ा करना है. कॉलेज के बाद सुनील दत्त ने अपने करियर की शुरुआत बतौर एक्टर नहीं बल्कि रेडियो जॉकी से की थी. सुनील दत्त उस वक्त रेडियो सेयलॉन में हिंदी के सबसे फेमस अनाउंसर के पद पर थे. हालांकि वे हमेशा से एक्टर बनना चाहते थे.
बॉलीवुड में ऐसे मिला मौका
सालों तक आरजे की नौकरी करने के बाद सुनील दत्त को 1955 में उन्हें पहली फिल्म मिली थी. फिल्म का नाम था रेलवे प्लेटफॉर्म. हालांकि यह फिल्म कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी. लेकिन इसके बाद बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री नरगिस के साथ सुनील दत्त को फिल्म मदर इंडिया में काम करने का मौका मिल गया था. बस फिर क्या था, इसके बाद सुनील दत्त ने पीछे मुड़कर नहीं और मदर इंडिया सुपरहिट साबित हुई.
राजनीति में भी रहे सफल
फिल्मी दुनिया में अपना जलवा दिखाने के बाद सुनील दत्त ने अपने जीवन में राजनीति में भी सफलता पाई. मनमोहन सरकार के दौरान सुनील दत्त राज्यसभा सांसद भी रहे. इसके अलावा उन्हें इसी सरकार के तहत युवा और खेल विभाग के मंत्री पद पर काम भी किया. इस दौरान सुनील दत्त ने राजनीति में रहकर जरूरतमदों की बहुत मदद की थी.
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