अगर पूरे सावन में नहीं कर पाएं शिव पूजा, तो अंतिम सोमवार कर लें ये उपाय, होगी हर इच्छा पूरी

आज सावन का अंतिम सोमवार है अगर आप भी भोलेनाथ की विशेष कृपा पाना चाहते हैं, तो आज के दिन शिवजी के मंदिर जरूर जाएं. इस माह में क्षण मात्र की पूजा-अर्चना से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं और मनोवांछित कामनाओं की पूर्ति करते हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 8, 2022, 08:21 AM IST
  • सावन के अंतिम सोमवार करें ये खास उपाय
  • विवाह में देरी हो रही, तो करें ये उपाय
अगर पूरे सावन में नहीं कर पाएं शिव पूजा, तो अंतिम सोमवार कर लें ये उपाय, होगी हर इच्छा पूरी

नई दिल्ली: आज सावन का अंतिम सोमवार है अगर आप भी भोलेनाथ की विशेष कृपा पाना चाहते हैं, तो आज के दिन शिवजी के मंदिर जरूर जाएं. यही नहीं अगर मोक्ष प्राप्ति की कामना हो, विवाह में देरी हो रही हो या फिर परविार में कलह मची रहती हो तो सावन के आखिरी सोमवार के उपाय भी आजमा सकते हैं. इस माह में क्षण मात्र की पूजा-अर्चना से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं और मनोवांछित कामनाओं की पूर्ति करते हैं.

ऐसी धारणा है कि पूरे सावन में हर रोज भगवान शंकर की पूजा आराधना करनी चाहिए. अगर फिर भी कोई सावन में शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कुछ नहीं कर पाएं तो कोई बात नहीं, आप सावन मास के अंतिम सावन सोमवार के दिन इन उपायों कोई भी एक मंत्र का जप जरूर करें. ऐसा करने से भगवान शिव आपकी सभी मनोकामना पूरी करेंगे. जानें सावन के अंतिम सोमवार कैसे करें शिव को प्रसन्न. सावन मास के अंतिम सोमवार को कोई भी एक मंत्र का कर लें जप जरूर करना चाहिए.

महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ..

सावन के अंतिम सोमवार करें ये खास उपाय

  • 1- आज रुद्राभिषेक अवश्य कराएं.

  • 2- जो लोग बीमार रहते हैं या किसी असाध्य रोग से पीड़ित हैं उनके लिए आज स्वर्णिम अवसर है वो लोग कुशोदक से रुद्राभिषेक कराएं.

  • 3- घर पर पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान का अभिषेक करें.

  • 4- इस सोमवार को निराजल व्रत रखकर अन्य सोमवार के व्रत न रहने की पूर्ति कर सकते हैं.

  • 5- गुरु तथा चंद्रमा के बीज मंत्र का जप करें.

  • 6- शिव मंदिर में अखंड श्री रामचरित मानस का पाठ कराएं.

  • 7- हरिकीर्तन करवाने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होगी.

  • 8- किसी पुराने शिव मंदिर का जीर्णाेद्धार करें. उसको रंगवाएँ. फर्श इत्यादि लगवाएं.

  • 8- अविवाहित लोग आज श्री रामचरित मानस में वर्णित शिव पार्वती विवाह की कथा पढ़ें.

  • 9- आज शिव मंदिर अवश्य जाएं तथा वहां विधिवत जलाभिषेक करें.

  • 10- पवित्र नदियों का जल शिवलिंग पर अर्पित करें.

  • 11- मंदिर में भंडारा कराएं.

मनोकामना की पूर्ति के लिए आज सावन के अंतिम सोमवार को जरूर करें ये उपाय 
 
विवाह में देरी हो रही, तो करें ये उपाय

अगर विवाह में बेवजह की देरी हो रही हो तो सावन के आखिरी सोमवार का उपाय जरूर करना चाहिए. मान्यता है कि यह विवाह में हो रही देरी को दूर करता है और शीघ्र विवाह के योग बनाता है. इसके लएि सावन के अंतिम सोमवार के दिन शिवलिंग का केसर मिले दूध से अभिषेक करें. इससे शिवजी अत्यंत प्रसन्न होते हैं.

पारिवारिक कलह से परेशान हों तो

अगर परिवार में हर समय कलह मची रहती हो तो सावन के अंतमि सोमवार का यह उपाय करें. इसके लिए सबसे पहले तो मंदिर जाकर शिवजी की दर्शन करें. पूजा-पाठ करके जब घर आएं तो पूरे घर में गौमूत्र का छिड़काव करें. इसके बाद गुग्गल की धूप दें. मान्यता है कि ऐसा करने से पारिवारक कलह दूर होती है. परिवार के सभी सदस्यों के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है.

मोक्ष प्राप्ति के लिए करें ये उपाय

मोक्ष प्राप्ति की कामना हो तो सावन के अंतिम सोमवार को भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक करें. मान्यता है कि ऐसा करने से शिवजी की कृपा मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा अगर जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो शक्कर मिले दूध से शिवजी का अभिषेक करें. मान्यता है कि इससे जातकों के जीवन में आने वाली दिक्कतें दूर होती हैं और भोलेनाथ की कृपा से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है.

यह उपाय भी जरूर करें

  • शिवजी को प्रसन्न करने के लिए सावन के अंतिम सोमवार को बिल्व पत्र, धतूरा, भांग, गंगा जल, आदि चीजें चढ़ाएं. साथ ही रुद्राभिषेक करें. ऐसा करने से आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है. साथ ही शिवजी की कृपा भी आप पर बनी रहेगी.

  • देवी पार्वती शिवजी की पत्नी हैं. मानव को हर काम में सफलता की शक्ति देवी पार्वती ही प्रदान करती हैं. 

  • भगवान शिव ने अर्धनारीश्वर स्वरूप में स्वयं शक्ति के महत्व को सिद्ध किया है.  इन्हें प्रसन्न करने के लिए सुहाग की सामग्री जैसे लाल चुनरी, मंगलसूत्र, बिछिया, चूड़ियां, मेहंदी, हल्दी, बिंदी आदि चीजें अर्पित करें.

  • कार्तिकेय जी का पूजन करें. ये भगवान शिव के बड़े पुत्र हैं. कार्तिकेय के पास देवताओं के सेनापति का पद है. वे साहस के अवतार हैं. कम आयु में ही अपने अदम्य साहस के बल पर उन्होंने तारकासुर का नाश किया था. इन्हें प्रसन्न करने के लिए पीले व लाल फूल चढ़ाएं, सौंठ

  • चढ़ाएं. बताशे का भोग लगाएं.

  • भगवान शिव के छोटे पुत्र हैं श्रीगणेश. इनका मुख हाथी का है इसलिए इन्हें गजमुख भी कहा जाता है. श्रीगणेश को प्रथम पूज्य की उपाधि प्राप्त है. किसी भी शुभ कार्य से पहले इनका पूजन किया जाता है. इन्हें प्रसन्न करने के लिए हल्दी की माला, दूर्वा, मोदक आदि चीजें चढ़ाएं.

  • साथ ही गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ भी करें.

  • भगवान शिव की दो बहुएं हैं श्रीगणेश की पत्नी सिद्धि और बुद्धि. शिवपुराण के अनुसार, ये प्रजापति विश्वरूप की पुत्रियां हैं. इन्हें प्रसन्न करने के लिए हरी चूड़ियां व हरे वस्त्र अर्पित करें.

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