हाथरस के हींग विश्व विख्यात हैं. क्या आप जानते हैं कि हाथरस में हींग को लाने का श्रेय किसे जाता है. आइए हम आपको बताते हैं.
हाथरस की हींग, भारत के व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने वाली एक मशहूर चीज़ है. इसे 'हींग नगरी' भी कहा जाता है. हाथरस में हींग का उत्पादन पिछले 100 सालों से हो रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाथरस में हींग का कारोबारा पेशावर के व्यापारियों ने शुरू किया था.
पुराने कारोबारियों के मुताबिक, रमज़ान खान और आड़ू खान नाम के दो लोग श्रीनगर मोहल्ले में रहते थे.
ये लोग पेशावर के रिश्तेदारों से मिलने आते थे और अपना खर्च निकालने के लिए हींग लेकर आते थे. इसी वजह से हाथरस में हींग का कारोबार शुरू हुआ.
हाथरस में हींग का कारोबार करीब 150 साल से भी ज्यादा पुराना है. हाथरस में हींग का उत्पादन इस समय बड़े पैमाने पर हो रहा है.
श्री दुर्गा भगवती इंडस्ट्रीज कंपनी हाथरस में हींग का व्यापार करने वाली एक प्रमुख कंपनी है. गोयल ट्रेडर्स भी हाथरस में हींग का व्यापार करती है.शिवोम कंपनी भी हाथरस में हींग का व्यापार करती है और इसके उत्पादों की गुणवत्ता के लिए जानी जाती है.
हाथरस की हींग को 'एक जिला एक उत्पाद' योजना में शामिल किया गया है. हाथरस की हींग को जीआई टैग मिला है.
हाथरस से पूरे भारत में हींग की सप्लाई होती है. हाथरस से हींग मुस्लिम देशों के अलावा अमेरिका समेत कई बड़े देशों में भी जाती है.
हाथरस की हींग की क्वालिटी और शुद्धता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है.हाथरस की हींग की महक इतनी तीखी है कि अंग्रेज़ों ने इसे 'शैतान का गोबर' कहा था
हींग एक प्राकृतिक मसाला है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है.हींग औषधीय गुणों से भरपूर होती है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.