राजधानी लखनऊ से 9 एक्सप्रेसवे को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी जबकि एक एक्सप्रेसवे इनडायरेक्ट होगा.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे लखनऊ के मोहान रोड से शुरू होता है और आगरा तक जाता है.
302 किलोमीटर लंबे इस 6 लेन एक्सप्रेसवे से आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा,औरया, कन्नौज, कानपुर, हरदोई, उन्नाव व लखनऊ कनेक्ट होते हैं.
6 लेन का पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 340 किलोमीटर लंबा है. यह लखनऊ में सुल्तानपुर रोड से शुरू होकर गाजीपुर तक जाता है.
यह एक्सप्रेसवे लखनऊ के अलावा बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है.
लखनऊ की चतुर्भुज कैरिजवे सड़क परियोजना (2x4 लेन) भी पूरी होने वाली है. आठ लेन की इस सड़क परियोजना की लंबाई 104 किलोमीटर है.
नेशनल एक्सप्रेसवे-6 के नाम से जाना जाने वाला लखनऊ कानपुर एक्सप्रेवे 6 लेन का है. जो भविष्य में 8 लेन का हो सकता है.
इस एक्सप्रेसवे को इसी साल 2025 तक पूरा किया जाना है. इससे लखनऊ से कानपुर का सफर और आसान होने वाला है.
आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लिंक एक्सप्रेसवे से लिंक किया जाएगा.
यह लिंक एक्सप्रेसवे 60 किलोमीटर लंबा है. इससे यात्रियों को खासा फायदा मिलने वाला है.
सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज के बीच बन रहा है.
यह एक्सप्रेसवे सीधे लखनऊ से तो नहीं कनेक्ट होगा लेकिन उन्नाव में इसे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से लिंक किया जाएगा.
गोरखपुर से शामली के बीच 700 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे प्रस्तावित है. यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा.
जिसका लखनऊ को भी फायदा मिलेगा. इस एक्सप्रेसवे से वेस्ट यूपी से पूर्वांचल की राह आसान हो जाएगी.
लखनऊ से हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी, उन्नाव और रायबरेली जैसे शहरों से कनेक्टिवटी मिलेगी. यहां से 6 लेन से 250 किलोमीटर की आउटर रिंग रोड होगी.
राजधानी लखनऊ से उत्तराखंड के हल्द्वानी को यह एक्सप्रेवे कनेक्ट करेगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 300 KM होगी जो 6 लेन का होगा.
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