Pitru Paksha 2023: इस साल पितृ पक्ष यानी श्राद्ध 29 सिंतबर से शुरू हो रहे हैं. हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का बहुत महत्व होता है. मान्यता है कि 15 दिनों के श्राद्धों के दौरान पितृ यानी पूर्वजों की आत्मा धरती पर आती है. इसलिए उनके सम्मान और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है. कहा जाता है कि पिता का श्राद्ध पुत्र या पौत्र को करना चाहिए. लेकिन सवाल ये उठता है कि अगर किसी के पुत्र या पौत्र नहीं है तो श्राद्ध कर्म कौन करे.
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