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Surya Grahan 2024: ​कल सूर्य ग्रहण का सूतक काल कितने घंटे, गर्भवती महिलाएं जरूर बरतें ये पांच सावधानी

Surya Grahan 2024: ग्रहण समाप्त होने के बाद सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए उन्हें स्नान करना चाहिए. घर के अंदर की किरणों से बचने के लिए खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढकना सुनिश्चित करें.

Surya Grahan 2024 Pregnancy Effect In Hindi

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Surya Grahan 2024 Pregnancy Effect In Hindi
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं अनुसार ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कुछ सावधानी बरतनी चाहिए. इस लेख में जानते हैं ग्रहण काल में प्रेगनेंट महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

सूर्य ग्रहण 2024

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सूर्य ग्रहण 2024
2 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस ग्रहण की शुरुआत रात 9 बजकर 12 मिनट से होगी और समाप्ति देर रात 3 बजकर 22 मिनट पर होगी. 

नहीं निकलें घर से बाहर

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नहीं निकलें घर से बाहर
गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दिन अपनी आंखों और त्वचा का ख़ास ख्याल रखना चाहिए. इस दिन घर से बाहर ना ही निकलें और यदि निकलना भी पड़े तो आंखों पर चश्मा और शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें.

नहीं करें भोजन

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नहीं करें भोजन
गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये वर्जित माना जाता है. हालांकि, वो बच्चे के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए फल खा सकती हैं.

नुकीली चीजें

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नुकीली चीजें
गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण के दौरान तेज वस्तुओं, जैसे कैंची, चाकू, पिन आदि के उपयोग से बचना चाहिए, धार्मिर शास्त्रों में कहा गया है इससे जन्म दोष हो सकता है.

सूर्य की ओर न देखें

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सूर्य की ओर न देखें
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य की ओर नहीं देखने को कहा जाता है क्योंकि इसमें हानिकारक किरणें होती हैं जो आंखों को प्रभावित कर सकती हैं.

गर्भवती महिलाएं करें दान

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गर्भवती महिलाएं करें दान
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण से घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है. जीवन में किसी भी तरह के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए सभी को धर्म-कर्म के कार्य करने चाहिए.आप स्नान करके गेहूं अथवा गेहूं के आटे का दान करें.

सूर्यदेव की पूजा

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सूर्यदेव की पूजा
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय सूर्यदेव की पूजा, आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्याष्टक स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.  इससे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और ग्रहण का दोष दूर होता है.

करें स्नान

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करें स्नान
ग्रहण की समाप्ति के बाद हो सके तो गर्भवती महिला को स्नान करना चाहिए. इससे हानिकारक और नकारात्मक छाया और तरंगों से शरीर स्वच्छ होता है और उनका असर कम होता है.

शिशु पर किसी भी तरह का कोई दुष्प्रभाव न पड़े

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शिशु पर किसी भी तरह का कोई दुष्प्रभाव न पड़े
आपको इन सारी बातों का पालन करें ताकि आपके होने वाले शिशु पर किसी भी तरह का कोई दुष्प्रभाव न पड़े और न ही आपको शारीरिक रूप से किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का ही सामना करना पड़े.

Disclaimer

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Disclaimer
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.