Chhath Puja 2024: छठ पूजा महापर्व का काफी महत्व है. पूजा में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद का भी महत्व साथ ही इसके कई सेहत संबंधी लाभ भी हैं. सूर्य की उपासना के दौरान सूप में कई तरह के प्रसाद जैसे ठेकुआ, नारियल, केला, डाभ नींबू, गन्ना जैसी खाद्य पदार्थ चढ़ाए जाते हैं. आइए इसके सेहत से जुड़े लाभ के बारे में जानें.
सूर्य की उपासना के लिए छठ (Chhath Prasad Benefits in Hindi) के सूप में कई तरह के प्रसाद चढ़ाए जाते हैं. ये प्रसाद ठेकुआ, नारियल, केला से लेकर डाभ नींबू, गन्ना आदि रखे जाते हैं, इसके कई सेहत संबंधी फायदे हैं.
आज छठ पूजा का तीसरा दिन है. आज 7 नवंबर को अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. साधक आज नदी, तालाब घाट पर जाकर छठ का पर्व का पहला अर्घ्य देंगे. इस दौरान व्रती सूप हाथ में लेकर सूर्य भगवान को प्रसाद अर्पित करते हैं और फिर घूम घूमकर अर्घ्य भी देते हैं. पूजा के सूप में कई अलग अलग तरह के प्रसाद होते हैं. इसी सूप को लेकर व्रती दूसरे दिन उदय होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. आइए उनके सेहत संबंधी लाभ जानें.
चावल के लड्डू- छठ पूजा के प्रसाद के लिए चावल के लड्डू बनाए जाते हैं जोकि बहुत पौष्टिक और टेस्टी होते हैं. चावल शरीर को हाइड्रेट रखता है और पचता भी जल्दी है. चावल में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम के साथ ही फाइबर, नियासिन, विटामिन डी होता है. आयरन, राइबोफ्लेविन की इसमें अधिक मात्रा होती है. चावल का कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा देता है और इसका फाइबर कुछ तरह के कैंसर से भी बचावा कर सकते है
छठ पूजा के प्रसाद का मतलब ही है ठेकुआ, बिहार के इस प्रसिद्ध व्यंजन ठेकुआ को गुड़ और आटे को मिक्स करके बनाया जाता है. कार्तिक माह से ही ठंड का आगमन होने लगा है. इस मौसम में गुड़ सेहत के लिए लाभकारी होता है (Gud benefits in hindi) क्योंकि गुड़ की तासीर गर्म होती है. इससे ठंड वाली बीमारियों का डर कम होता है और गुड़ का आयरन शरीर में खून की कमी को दूर करता है. ठेकुआ थोड़ा चोकर युक्त आटे यानी दरदरे आटे से बनता है जोकि शरीर को फाइबर वाला फायदा देता है. ठेकुआ के सेवन से शरीर को कैल्शियम भी मिलता है. इसे छठ पूजा के अलावा किसी और दिन भी बनाकर खाया जा सकता है.
प्रसाद के तौर पर नारियल कई पूजा में रखा जाता है. इसका पानी सेहत के लिए अच्छा तो होता है खुद नारियल भी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. नारियल में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जिससे सौंदर्य अच्छा होता है. छठ पूजा और और भी पूजा में नारियल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है. नारियल खाने से मौसमी फ्लू दूर होता है. सर्दी-जुकाम की दिक्कत से निजात मिल सकता है. इम्यूनिटी अच्छी होती है.
छठ प्रसाद (Chhath prasad benefits in hindi) के सूप में बड़ा नींबू भी चढ़ाया जाता है जिसको डाभ नींबू या चकोतरा कहते हैं. इसमें डाभ नींबू विटामिन सी होता है जिसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके सेवन से इम्यूनटी अच्छी होती है और सर्दियों के मौसम में बीमारियों से बचाव होता है.
फलों में केला भी प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है. केले में मौजूद फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, रिबोफ्लेविन, नियासिन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, हेल्दी स्टार्च, फाइबर आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जोकि शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. केला खाने से कब्ज की दिक्कत दूर होती है साथ ही इसमें मौजूद कैल्शियम बच्चों के शारीरिक विकास के लिए भी अच्छा है. केला खाने से शरीर को तुरंत उर्जा मिलती है.
छठ पूजा के सूप में सेब, सिंघाड़ा, गन्ना भी होता है और गन्ना भी होता है. छठ पूजा में सूर्य भगवान को नई फसल का प्रसाद अर्पित किया जाता है. गन्ना इन्हीं दिनों की फसल है जो तैयार हो जाता है. ऐसे में इसे सूर्य देवता को सबसे पहले अर्पित किया जाता है. गन्ने के जूस की बात करें को पीलिया होने पर अगर इसे पी लिया जाए तो इसके फायदे भी तुरंत मिल जाते हैं. गन्ना कैंसर, हार्ट डिजीज जैसे कई कई रोगों को शरीर से दूर कर सकता है. गन्ने का जूस वजन कम करने में भी मदद करता है. पाचन शक्ति को मजबूती देता है.
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