वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का खास महत्व माना जाता है. इनके परिवर्तन का प्रभाव राशियों पर पड़ता है. आने वाले साल में भी कई ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे. जिनका प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ेगा. इनमें गुरु का राशि परिवर्तन करना भी शामिल है. आइए जानते हैं.
गुरु ब्रहस्पति को मान-सम्मान, ज्ञान, संतान, शिक्षा, सुख-समृद्धि और धन-ऐश्वर्य का कारक माना जाता है. गुरु को वैदिक ज्योतिष में शुभ ग्रह माना जाता है.
गुरु शनि के बाद दूसरे ऐसे ग्रह हैं जो धीमी गति से चलते हैं. वह एक राशि से दूसरी राशि में 13 महीने में जाते हैं. ये धनु और मीन राशि के स्वामी हैं.
वह अभी वृष राशि में हैं जो साल 2025 में मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं. मिथुन राशि में गोचर करने से कुछ राशियों को सबसे ज्यादा लाभ हो सकता है.
गुरु के गोचर का फायदा वृषभ राशि के जातकों को मिलेगा. इनके लिए यह गोचर लाभकारी साबित हो सकता है. वृषभ राशि के जातकों के लिए आर्थिक लाभ के मौके बनेंगे. अचानक धन लाभ हो सकता है.
नौकरी करने वालें के लिए भी गुरु का गोचर अच्छे मौके लाएगा. जिन योजनाओं पर काम कर रहे हैं वह सफल हो सकती हैं. साथ ही लाभ के योग बनेंगे.
गुरु का गोचर अपनी राशि के अष्टम भाव में होगा. वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह मंगलकारी साबित हो सकता है. इन राशि के जातकों के लिए सफलता के नए मौके बनेंगे. मैरिड लाइफ खुशहाल होगी.
अगर अविवाहित हैं तो नया साल गुड न्यूज लेकर आ सकता है. आर्थिक लाभ के भी योग बनेंगे. करियर में सफलता मिलेगी.
गुरु ब्रहस्पति के राशि परिवर्तन से मीन राशि के चौथे भाव में सुख भाव रहेगा. यह राशि परिवर्तन इस राशि के जातकों के लिए लाभाकारी साबित होगा. सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी.
इसके अलावा मान सम्मान, यश-वैभव में इजाफा होगा. नौकरी की तलाश में हैं तो यह पूरी हो सकती है. कोई नई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं. मैरिड लाइफ खुशहाल होगी.
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