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कानपुर-देवरिया से आगरा तक...पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों की ये अमर कहानियां रोंगटे खड़े कर देगी

14 फरवरी साल 2019 यह वो तारीख है, जिसने देश को झकझोर दिया था. इस कायराना घटना के 6 साल पूरे हो गए हैं. 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ था. इस आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों शहीद हो गए थे.

पंकज त्रिपाठी

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पंकज त्रिपाठी

सीआपीएफ की 53वीं बटालियन के कांस्टेबल पंकज त्रिपाठी यूपी के महराजगंज जिले के रहने वाले थे. वह इस आत्मघाती हमले में शहीद हुए थे. हमले वाले दिन सुबह ही उनकी पत्नी से बात हुई थी. लेकिन शाम को उनके शहीद होने की खबर परिजनों को मिली.

 

अजीत आजाद

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अजीत आजाद

जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ की बस पर हुए आत्मघाती हमले में अजीत कुमार आजाद उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के रहने वाले थे. उनकी पहली पोस्टिंग साल 2007 में हुई थी. उन्नाव के इस वीर सपूत ने भी देश के लिए अपना जीवन दे दिया.

 

श्याम बाबू

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श्याम बाबू

श्याम बाबू उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के राइगवान, नोनारी, डेरापुर के रहने वाले थे. उनकी पहली पोस्टिंग साल 2006 में हुई. आतंकी हमले में शहीद श्याम बाबू की शादी को 6 साल ही हुए थे.

 

अवधेश यादव

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अवधेश यादव

सीआरपीएफ की 43वीं बटालियन के कांस्टेबल अवधेश प्रसाद भी जम्मू कश्मीर में आत्मघाती हमले में शहीद हुए थे. वह बहादुरपुर जिला चंदौली के रहने वाले थे.

 

राम वकील

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राम वकील

मैनपुरी के लाल राम वकील सीआरपीएफ की 176वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल थे. पुलवामा हमले से कुछ दिन पहले ही उनकी पत्नी से बात हुई थी.

 

अमित कुमार

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अमित कुमार

यूपी के शामली जिले के रायपुर के रहने वाले अमित कुमार साल 2017 में सीआरपीएफ में शामिल हुए. परिवार के इकलौते ऐसे सदस्य थे,जिन्होंने आर्मी ज्वाइन की थी.

प्रदीप कुमार

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प्रदीप कुमार

यूपी के शामली जिले के बनथ के रहने वाले प्रदीप कुमार भी इस हमले में शहीद हुए थे. वह सीआरपीएफ की21वीं बटालियन का हिस्सा थे. वह साल 2003 में सीआरपीएफ में शामिल हुए

 

कौशल रावत

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कौशल रावत

आगरा के केहराई के रहने वले कौशल कुमार रावत  इस हमले में शहीद हुए थे. परिवार से एक दिन पहले ही उनकी फोन पर बात हुई थी. जिसमें दूसरी जगह पोस्टिंग का उन्होंने जिक्र किया था.

 

महेश कुमार

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महेश कुमार

महेश कुमार प्रयागराज के मेजा के रहने वाले थे. 118वीं बटालियन के महेश कुमार कुछ दिन पहले ही घर से दोबारा ड्यूटी पर लौटे थे लेकिन परिजनों को क्या पता था कि उनका लाल तिरंगे में लिपटकर आया

 

विजय मौर्य

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विजय मौर्य

यूपी के देवरिया जिले के भटनी के रहने वाले शहीद विजय कुमार मौर्य सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन में कांस्टेबल थे. उन्होंने साल 2008 में सीआरपीएफ ज्वाइन किया था.

 

रमेश यादव

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रमेश यादव

कांस्टेबल रमेश यादव सीआरपीएफ की 61वीं बटालियन का हिस्सा थे. वह यूपी के वाराणसी जिले के तोफापुर के रहने वाले थे. पुलवामा हमले में यह वीर सपूत शहीद हुआ था.