Pankaj Udhas Family And Love Story: संगीत जगत के मशहूर गजल गायक पंकज उधास का लंबी बीमारी से 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया है. यहां आगे जानें पंकज और फरीदा की प्रेम कहानी. कैसे पहली मुलाकात में फरीदा को दिल दे बैठे थे पंकज उधास?.....
संगीत जगत के मशहूर गजल गायक पंकज उधास का लंबी बीमारी से 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया है. यहां आगे जानें पंकज और फरीदा की प्रेम कहानी. कैसे पहली मुलाकात में फरीदा को दिल दे बैठे थे पंकज उधास?.....
'चिट्ठी आई है, 'चांदी जैसा रंग है तेरा' जैसे गजलों को गाने वाले मशहूर सिंगर पंकज उदास की प्रेम कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. पंकज और उनकी पत्नी फरीदा की पहली मुलाकात उनके पड़ोसी के घर पर हुई थी.
पंकज उधास पहली मुलाकात में ही फरीदा को अपना दिल दे बैठे थे. दोनों के घर थोड़ी दूरी पर थे इसलिए दोनों अक्सर पड़ोसी के घर पर मिला करते थे.
पंकज का जन्म 17 मई 1951 को हुआ था. फरीदा से मुलाकात के दिनों में पंकज कॉलेज में पढ़ा करते थे, वहीं फरीदा एयर होस्टेस थी. दोनों में पहले दोस्ती हुई और फिर काफी मुलाकातों के बाद दोनों में प्यार हो गया.
पंकज ने जब घर में अपने और फरीदा के रिश्ते के बारे में बताया तो उनके घर वालों ने कोई एतराज नहीं किया लेकिन फरीदा के घर वाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे. पंकज और फरीदा की प्रेम कहानी में धर्म की दीवार आ गई.
पंकज और फरीदा परिवारों की सहमती से ही शादी करना चाहते थे इसलिए दोनों ने घर वालों को मनाने का तय किया. काफी समय तक मनाने के बाद फरीदा के घर वाले भी मान गए. अंत में दोनों ने परिवार की सहमती से शादी कर ली.
पंकज और फरीदा की दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी का नाम नायाब उधास और छोटी बेटी का नाम रिवा उधास है. नायाब और रिवा दोनों म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़ी हैं.
नायाब उधास का अपना म्यूजिक बैंड है और साथ में वो कई शो भी ऑर्गनाइज करती हैं. रिवा भी संगीत जगत से जुड़ी हैं लेकिन वो लाइमलाइट से दूर रहती हैं.
कला और संगीत में पंकज उधास के शानदार योगदान को देखते हुए उन्हें साल 2006 में भारत सरकार के द्वारा पद्मश्री से नवाजा गया. पंकज उधास को जानने वाले बताते हैं कि उनको रोज 5 से 6 अखबार पढ़ने का शौक था और वो हमेशा फिट रहने के योग और कसरत किया करते थे.