Noida Peripheral: किसानों की समस्याओं के समाधान और उनके हितों की रक्षा के लिए नोएडा अथॉरिटी ने अहम कदम उठाया है. अब नोएडा में आबादी निस्तारण के साथ 20 गांवों की सीमा निर्धारण के लिए गांवों के चारों ओर पेरिफेरल रोड बनेगी.
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नोएडा अथॉरिटी 5-5 गांवों का सर्वे करेगी. इसके बाद पेरिफेरल रोड बनाने की दिशा में काम शुरू होने वाला है.
नोएडा में सबसे ज्यादा समस्या किसानों की आबादी निस्तारण की है. आबादी निस्तारण के लिए प्रति वयस्क का दायरा अब तक 450 मीटर था, जिसे बढ़ाकर अब हजार वर्ग मीटर प्रति वयस्क कर दिया गया है.
यह फैसला शासन के निर्देश पर कमेटी ने लिया था. इसी के हिसाब से प्राधिकरण गांवों का सर्वे कर रहा है. अब तक 20 गांवों को चिह्नित किया गया है, जिनके चारों ओर पेरिफेरल रोड बनाई जाएगी.
जानकारी के मुताबिक, नोएडा में 81 गांवों का सर्वे कराया जा रहा है. हाल ही में शाहपुर गोवर्धन और झट्टा गांव का सर्वे किया. नोएडा प्राधिकरण ने इसी तरह 5 गांव चिह्नित किए हैं.
पुराने गांवों के चारों ओर पहले ही सेक्टर विकसित हो चुके हैं. वहां पेरिफेरल रोड की जरूरत नहीं है, लेकिन एक्सप्रेसवे और नए सेक्टरों के पास स्थित गांवों में पेरिफेरल रोड आवश्यक है.
नोएडा अथॉरिटी के इस कदम से किसानों की आबादी निस्तारण से जुड़ी समस्याओं का समाधान होगा और क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी. पेरिफेरल रोड का निर्माण न केवल गांवों की सीमा निर्धारण में मदद करेगा, बल्कि आवागमन की सुविधा भी बढ़ाएगा.
इस फैसले से किसानों को राहत मिलने और नोएडा के गांवों में बेहतर आधारभूत संरचना के विकास की उम्मीद है. नोएडा अथॉरिटी का यह निर्णय क्षेत्रीय विकास और जनकल्याण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा.