हेलिकॉप्टर की बुकिंग करना कोई मुश्किल काम नहीं है. शादियों में कार की बुकिंग कराने जितना यह आसान है. आए जानते हैं इसकी बुकिंग कैसे करा सकते हैं और इसमें कितना खर्च आएगा.
हेलिकॉप्टर की बुकिंग आप ऑनलाइन भी कार सकते हैं. कई ट्रैवेल एजेंसी इसकी सर्विस उपलब्ध करा रही हैं. इसके लिए उनकी वेबसाइट पर आपको विजिट करना होगा.
इसके अलावा आपके शहरों में भी कई ऐसे एजेंट मिल जाएंगे, जिनके जरिए आप हेलिकॉप्टर की बुकिंग करा सकते हैं.
हेलिकॉप्टर की बुकिंग का खर्च हेलिकॉप्टर कौन सा है और उसकी दूरी के आधार पर तय होता है. अलग-अलग सीट के हेलिकॉप्टर की बुकिंग होती हैं.
ज्यादातर हेलिकॉप्टर में पायलट के अलावा तीन और लोगों के बैठने की जगह होती है.इसके अलावा अलग-अलग सीट के हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं.
हेलिकॉप्टर की बुकिंग के लिए हर घंटे के हिसाब से पैसा तय किया जाता है. ज्यादा दूरी होने पर इसका पैसा और भी बढ़ सकता है.
जानकारी के मुताबिक हेलिकॉप्टर की बुकिंग कम से कम दो घंटे के लिए की जाती है. इससे ज्यादा होने पर हर घंटे के हिसाब से एक्सट्रा पैसा देना होता है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हेलिकॉप्टर की बुकिंग के लिए हेलिकॉप्टर एजेंसी दो घंटे की बुकिंग के साथ मिनिमम चार्ज लेती हैं. अनुमानित खर्च 2 से 2.5 लाख तक होता है. इसके बाद इस्तेमाल करने पर 50 से 60 हजार प्रति घंटे के हिसाब से पैसा बढ़ सकता है. इसके अलावा भी कई अन्य चार्ज जोड़े जा सकते हैं. ध्यान रहे हेलिकॉप्टर की बुकिंग का खर्च अनुमानित है. यह कम या ज्यादा भी हो सकती है.
हेलिकॉप्टर की बुकिंग के समय यह भी तय किया जाता है कि इसकी लैंडिंग कहा कराई जाएगी. इसी के आधार पर बुकिंग की जाती है.
हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के लिए संबंधित जिलाधिकारी से परमिशन लेनी होती है. नियमों को थोड़ा सरल किया गयाहै जिससे इनकी लैंडिंग आसानी से कराई जा सके.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.