UP Bird Sanctuary: वैसे तो उत्तर प्रदेश में एक से बढ़कर एक घूमने वाले स्थान हैं. फिर चाहे वह मंदिर हो, पहाड़ हो, झरना हो या फिर एतिहासिक जगहें. लेकिन आज हम बात करेंगे ऐसे 10 पक्षी उद्यानों के बारे में.
नवाबगंज बर्ड सैंक्चुअरी जिसका साल 2015 में नाम बदलकर शहीद चन्द्र शेखर आज़ाद बर्ड सैंक्चुअरी रखा गया है. यह उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में स्थित है.
राज्य के पूर्वी भाग में मौजूद जिले संत कबीर नगर में स्थित है बखिरा पक्षी विहार. इसके अंदर एक 29 वर्ग किमी क्षेत्रफल की एक बहुत बड़ी झील है. जिसके कारण विशेषकर शीतकाल में तिब्बत, साइबेरिया, यूरोप व चीन जैसे सुदूर क्षेत्रों से पक्षियां प्रवास करने के लिए आते हैं.
एटा जिले के जलेसर उप विभाजन में स्थित है पटना पक्षी विहार. यह यूपी का सबसे छोटा पक्षी विहार है. इसका एरिया सिर्फ 1 वर्ग किलोमीटर है.
राज्य के कन्नौज जिले में मौजूद यह पक्षी विहार यूपी का सबसे बड़ा लिहार है. इसका क्षेत्रफल 80 वर्ग किमी. है. इसकी स्थापना 1989 में हुई थी.
ओखला बर्ड सैंक्चुअरी उत्तर प्रदेश के नोएडा में मौजूद है. यह यमुना नदी के बैराज पर बना एख पक्षी विहार है. यहां 300 के ज्यादा किस्म की पक्षियों की प्रजातियां आश्रय लेने आती हैं.
यूपी के आगरा जिले में सूर सरोवर पक्षी विहार मौजूद है. इसको 1991 में एक पक्षी विहार का दर्जा मिला था. यह 7.97 वर्ग किवोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है.
यूपी के रायबरेली के पास सलोन में समसपुर पक्षी विहार स्थित है. इसकी स्थापना साल 1987 में हुई थी. यह 780 हेक्टेयर जमीन पर फैला हुआ है.
विजय सागर पक्षी विहार यूपी के महोबा जिले में मौजूद है. यह विजय सागर झील के तट पर बनाया गया है. झील की स्थापना 11वीं शताब्दी में विजय पाल चंदेला ने की थी.
सुरहाताल पक्षी विहार यूपी के बलिया जिले के मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर स्थित है. साल 1991 में इसको पक्षी विहार के नाम का दर्जा मिला था.