Meerut Metro: होली से पहले मेरठ वालों को तोहफा मिलने वाली है. इन दिनों मेरठ मेट्रो और नमो भारत ट्रेन का ट्रायल हो रहा है. दोनों ट्रेनों का संचालन जल्द ही शुरू होने वाला है. मेट्रो का नियंत्रण शुरुआत में दुहाई डिपो से होगा.
स्थानीय यात्रा को आसान बनाने के लिए मेरठ मेट्रो का ट्रायल मेरठ साउथ (भूड़बराल) स्टेशन से मेरठ सेंट्रल (फुटबाल चौक) स्टेशन तक जारी है. अगले हफ्ते से नमो भारत ट्रेन का भी ट्रायल शुरू करने की तैयारी है. नमो भारत का ट्रायल मेरठ साउथ से शताब्दीनगर स्टेशन तक होने वाला है.
भूड़बराल से मेरठ सेंट्रल स्टेशन तक ट्रायल शुरू होगा. यह ट्रेन दुहाई डिपो से लाई जा रही है. यह ट्रेन रोज दुहाई डिपो से ही लाई जा रही है. अब यह मेरठ सेंट्रल के भूमिगत स्टेशन में एक ओर लाइन पर ही भेजी जाती है और उसी से लौटती है. दूसरी ओर पटरी पर अभी भी काम चल रहा है.
मेट्रो रैक का ट्रायल तीन-चार चरणों में होगा. अभी रैक बिना भार के ज्यादातर गति 135 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ाई जा रही है. कुछ समय बाद ट्रेन में यात्रियों की भार की तुलना में रेत की बोरियां लादकर रैक दौड़ाई जाएगी.
प्लेटफॉर्म का स्क्रीन डोर खुलने और यात्रियों की तरह कर्मचारियों के बैठने व तय समय में रैक को 135 की गति से दौड़ाने का ट्रायल होगा. इसके बाद यात्रियों के लिए संचालन शुरू होगा. इन सभी प्रक्रिया से नमो भारत की रैक दुहाई खंड पर गुजर चुकी है.
अब मेरठ साउथ से शताब्दीनगर तक नमो भारत का ट्रायल सामान्य तरीके से होगा. इसे भार लादकर दौड़ने जैसे ट्रायल से नहीं गुजरना होगा. इसे सिर्फ नई पटरी पर अलग-अलग गति में दौड़ाकर और प्लेटफॉर्म पर रोकने व नियंत्रण कक्ष से सटीक निर्देश का ट्रायल होगा.
मेरठ मेट्रो एलिवेटेड स्टेशन मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर और ब्रह्मपुरी को पार करने के बाद भूमिगत स्टेशन के लिए आगे बढ़ती है. भूमिगत स्टेशन में एंट्री करने के लिए डाउन रैंप यानी सुरंग बनी है. इसमें एंट्री करके ट्रेन मेरठ सेंट्रल स्टेशन तक पहुंचती है.
मार्च से मेरठ मेट्रो का भी संचालन करने की तैयारी है. ऐसे ही 6 स्टेशनों पर मेट्रो सेवा शुरू होने वाली है. वैसे तो मेरठ मेट्रो के संचालन का नियंत्रण मोदीपुरम डिपो में होगा. मोदीपुरम डिपो में ही उसकी मरम्मत होगी और वहीं रात में खड़ी होगी.
जून तक मोदीपुरम तक संचालन होने की उम्मीद है. ऐसे में सरकार एक साथ करने के बजाय दो चरणों में मेट्रो सेवा शुरू करना चाहती है. कुछ महीने तक मोदीपुरम डिपो के बजाय दुहाई डिपो से मेट्रो का संचालन होगा. दुहाई में ही मेट्रो ट्रेन खड़ी होंगी. फिर मरम्मत होगी.
संचालन के लिए दुहाई से भूड़बराल तक खाली ट्रेन लाई जाएगी. फिर भूड़बराल से मेरठ सेंट्रल तक यात्रियों को बैठाया जाएगा. जब जून से मोदीपुरम तक संचालन शुरू होगा, तब दुहाई के बजाय मेट्रो का नियंत्रण मोदीपुरम को सौंपा जाएगा.
मार्च में जिन स्टेशनों पर सेवा शुरू होने वाली है, उनमें भूड़बराल से नमो भारत और मेट्रो, परतापुर से मेट्रो, रिठानी से मेट्रो, शताब्दीनगर से नमो भारत और मेट्रो, ब्रह्मपुरी से मेट्रो और मेरठ सेंट्रल से सेंट्रल मेट्रो शामिल है.