आज अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती है. अटल जी न सिर्फ अच्छे राजनेता थे, बल्कि एक बेहतरीन कवि, पत्रकार और चिंतक भी थे. आज हम उनके जन्मदिन के मौके पर कुछ दुर्लभ तस्वीरें दिखाएंगे. देखिए
Atal Bihari Vajpayee Rare Photos: करिश्माई नेता और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 100वीं जयंती है. 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में कृष्ण बिहारी वाजपेयी और कृष्णा देवी के घर उनका जन्म हुआ था. अटल जी के पास चार दशक से ज्यादा समय का संसदीय अनुभव था.
1957 से अटल जी संसद सदस्य रहे. वे 5वीं, 6वीं, 7वीं लोकसभा और फिर उसके बाद 10वीं, 11वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा में चुनाव जीतकर पहुंचे. इतना ही नहीं 1962 और 1986 में दो बार वे राज्यसभा के सदस्य भी रहे. वे 2004 में लगातार पांचवी बार लखनऊ से चुनाव जीतकर लोक सभा पहुंचे.
वाजपेयी इकलौते नेता ऐसे नेता हैं, जो चार अलग-अलग राज्यों से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे. एक प्रधानमंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल बेहद गौरवशाली रहा. एक दशक के बाद भी उनके कार्यकाल को याद करने के साथ ही उस पर अमल भी करते हैं. आज उनकी अनदेखी तस्वीरें देखिए
इस तस्वीर में अटल बिहारी वाजपेयी के साथ आरएसएस के दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर हैं. इसके अलावा पंडित दीन दयाल उपाध्याय इस तस्वीर में उनके साथ दिख रहे हैं.
इस तस्वीर में अटल बिहारी वाजपेयी के साथ लाल कृष्ण आडवाणी हैं. इसके साथ ही भैरों सिंह शेखावत भी इस तस्वीर में मौजूद हैं. यह अटल जी की यादगार तस्वीर है.
12 नवंबर 1973 में अटल बिहारी वाजपेयी बैलगाड़ी से संसद पहुंचे थे. अटल जी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने का विरोध कर रहे थे. जिसके चलते उन्होंने संसद जाने के लिए बैलगाड़ी चुना था. यह तस्वीर भी दुर्लभ तस्वीरों में शामिल है.
1971 में लोकसभा में तत्कालीन विपक्ष के नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की तुलना देवी दुर्गा से की थी. आज उनकी जयंती पर इंदिरा गांधी से बात करते हुए अटल जी की दुर्लभ तस्वीर देखिए.
'रामायण' में सीता का भूमिका में नजर आने वाली दीपिका चिखलिया ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपनी पुरानी तस्वीर शेयर की थी. जिसमें अटल जी और दीपिका चिखलिया मुस्कुरा रहे हैं. आप भी वो तस्वीर देखिए.
नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी दोनों देश के प्रधानमंत्री बने. अटल जी के दौर में ही नरेंद्र मोदी को गुजरात का सीएम बनने का मौका मिला था. वह अटल बिहारी के करीबियों में भी शुमार रहे. नरेंद्र मोदी के राजनीतिक जीवन में कई मौकों पर अटल जी ने हाथ बढ़ाकर उन्हें आगे बढ़ाया.
अटल बिहारी वाजपेयी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS से जुड़ने का किस्सा भी दिलचस्प है. उन दिनों आर्य समाज के यूथ विंग आर्य कुमार सभा का बोलबाला था, जिसका उद्देश्य युवाओं का चरित्र निर्माण का था. उनके जन्मदिन के मौके पर ये खास तस्वीर देखिए.
अटल बिहारी वाजपेयी को कुत्ते बहुत पसंद थे. उनके पास दो पालतू कुत्ते भी थे. जिनका नाम बबली और लौली थे. उनपर अटल जी ने कविता भी लिखी थी. उनके साथ मौज मस्ती करते हुए अटल जी की कई तस्वीरें हैं. जिन्हें एक बार आपको देखना चाहिए.