प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश से चुनकर देश का नेतृत्व करते हैं. इनके कंधों पर अपनी संसदीय सीटों के साथ ही पूरे देश के राजग प्रत्याशियों को जिताने का दारोमदार सीएम योगी पर रहा है. उन्होंने 206 रैलियां और रोडशो ढाई महीने के चुनाव प्रचार के दौरान कीं. साथ ही 12 राज्यों भी जाकर प्रचार किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी गृह सीट गोरखपुर में भी सात से अधिक बार रैली, कार्यक्रम व रोड शो किए . नए प्रत्याशियों के लिए भी सीएम योगी ने कई-कई बार मतदाताओं से संवाद स्थापित कर 'अबकी बार-400 पार' के लिए 80 को आधार बनाने की अपील की. उन्होंने पांच बार यूपी मथ दिया और एक लाख किमी से ज्यादा का सफर किया.
यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में आठ चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, सीएम ने 3 अप्रैल को वाराणसी लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की. पीएम संग 13 मई को रोड शो, 14 मई को कार्यकर्ता सम्मेलन, 14 मई को नामांकन, 21 मई को नारी वंदन सम्मेलन में सीएम भी शामिल हुए. सीएम ने 25 मई व 27 मई को जनसभा की और 27 मई को ही वाराणसी के अधिवक्ता से संवाद स्थापित किया.
लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संग योगी आदित्यनाथ ने नामांकन से पहले 29 अप्रैल को रोड शो किया. इसके अलावा सीएम 14 मई, 15 मई, 16 मई, 17 मई को विभिन्न जनसभाओं में भी शामिल हुए.
भाजपा सांसद व प्रत्याशी रवि किशन के लिए भी सीएम योगी ने मतदाताओं से संवाद स्थापित किया. गोरखपुर में 4 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की. 10 मई को नामांकन सभा, 24 मई, 26 मई, 28 मई, 29 मई जनसभा की और 29 मई को यूपी का आखिरी चुनावी कार्यक्रम रोड शो भी सीएम योगी ने गोरखपुर में ही किया.
सीएम योगी ने मतदाताओं से अपील कर कमल के पक्ष में रिकॉर्ड बनाने की अपील की. वहीं रामायण धारावाहिक के 'श्रीराम' यानी अरुण गोविल के समर्थन में भी सीएम योगी ने मेरठ लोकसभा सीट के लिए कई बार पहुंचकर प्रचार किया
जिन सीटों पर नए प्रत्याशियों के लिए भाजपा ने दांव लगाया. उनमें से हाथरस, मैनपुरी, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बदायूं आदि सीटें ऐसी रहीं, जहां सीएम योगी तीन या उससे अधिक बार प्रचार करने पहुंचे.
योगी आदित्यनाथ ने यूपी के दस से ज्यादा लोकसभा सीटों पर तीन बार से ज्यादा चुनाव प्रचार को पहुंचे. गोरखपुर में तो सात और वाराणसी में आठ बार रोड शो, नामांकन और रैली में शिरकत की.
सहारनपुर- 28 मार्च को प्रबुद्ध सम्मेलन, 6 अप्रैल को जनसभा, 12 अप्रैल, 16 को रोड शो .कैराना (शामली)- 28 मार्च को प्रबुद्ध सम्मेलन, 12 अप्रैल, 16 अप्रैल
अमरोहा- 29 मार्च प्रबुद्ध सम्मेलन, 9 अप्रैल को हापुड़ में जनसभा, 19 को जनसभा, 23 अप्रैल , मेरठ- 27 मार्च प्रबुद्ध सम्मेलन, 31 को चौधरी चरण सिंह गौरव सम्मान समारोह, 18 अप्रैल जनसभा, 23 अप्रैल रोड शो बागपत- 5 अप्रैल विजय शंखनाद रैली, 19 अप्रैल, 23 अप्रैल , गाजियाबाद- 27 मार्च प्रबुद्ध सम्मेलन, छह अप्रैल को रोड शो, 18 अप्रैल
बदायूं- 2 अप्रैल को प्रबुद्ध सम्मेलन, 28 अप्रैल जनसभा, 3 मई जनसभा ,हाथरस-1 अप्रैल प्रबुद्ध सम्मेलन, 27 अप्रैल जनसभा, 22 अप्रैल को अलीगढ़ की जनसभा से पीएम संग यहां के प्रत्याशी के लिए वोट
कन्नौज- 4 मई, इटावा से 5 मई को पीएम संग की अपील, 11 मई , लखनऊ- 29 अप्रैल को रोड शो, 14 मई, 15 मई, 16 मई, 17 मई
फैजाबाद में14 मई, 17 मई को रैली और 5 मई को पीएम मोदी संग रोड शो किया. डुमरियागंज में 21 मई को रैली और 22 मई को पीएम मोदी संग बस्ती की रैली में शामिल. 19 और 22 मई को आजमगढ़ में निरहुआ के लिए प्रचार और रोडशो, 21 मई को लालगंज में रैली की.
वाराणसी में 3 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की. 13 मई को रोड शो, 14 मई को कार्यकर्ता सम्मेलन, 14 मई को पीएम मोदी के नामांकन में शामिल हुए. 21 मई को नारी वंदन सम्मेलन, 25 मई को जनसभा, 27 मई को जनसभा की. गोरखपुर में 27 मई को अधिवक्ता सम्मेलन गोरखपुर- 4 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक, 10 मई नामांकन सभा, 24 मई, 26 मई, 28 मई, 29 मई को जनसभा और 29 मई को रोड शो किया.
आगरा में 3 अप्रैल प्रबुद्ध सम्मेलन, 25 अप्रैल, 28 अप्रैल जनसभा , मैनपुरी- 25 अप्रैल, 2 मई को रोड शो, 5 मई को इटावा में पीएम संग रैली कर अपील की
आंवला- 2 अप्रैल को प्रबुद्ध सम्मेलन कर आंवला प्रत्याशी के लिए मांगा वोट, 28 अप्रैल जनसभा, 3 मई जनसभा