सबसे पहले तो यह जान लेना जरूरी है कि बुलंदशहर से प्रयागराज कितना दूर है. तो आपको बता दें कि बुलंदशहर और प्रयागराज के बीच 581 कि.मी. की दूरी है. और अगर आप सड़क मार्ग से प्रयागराज जाते हैं तो आपको 10 घंटे का समय लगेगा.
ट्रेन से बुलंदशहर से प्रयागराज महाकुंभ जाना काफी सुविधाजनक है. बुलंदशहर से प्रयागराज के लिए दो ट्रेन उपलब्ध हैं. संगम एक्सप्रेस और उधमपुर इलाहाबाद एक्सप्रेस है. ट्रेन से बुलंदशहर और प्रयागराज के बीच 567 कि.मी. की दूरी है.
संगम एक्सप्रेस से प्रयागराज पहुंचने में 11 घंटे 50 मिनट का समय लगता है. यह ट्रेन बुलंदशहर से रात 20: 40:00 बजे प्रस्थान कर सुबह 08:30:00 बजे प्रयागराज पहुंचती है. बुलंदशहर रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन हर रोज यानी सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध है.
उधमपुर एक्स्प्रेस हिमाल प्रदेश के उधमपुर से चलती है. जो बुलंदशहर होकर भी गुजरती है. बुलंदशहर से यह ट्रेन केवल सोमवार और गुरुवार को ही उपलब्ध है. यह ट्रेन बुलंदशहर से सुबह 5:10 पर चलती है और दोपहर को 12:55 तक पहुंचा देती है. यह ट्रेन बुलंदशहर और प्रयागराज के बीच 567 कि.मी. की दूरी केवल पौने आठ घंटे में पूरी कर लेती है.
बुलंदशहर से प्रयागराज महाकुंभ के लिये 222 बसें लगाई गई हैं. महाकुंभ जाने वाली बसों में साउंडसिस्टम लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को सफर के दौरान भजन सुनाए जा सकें.
महाकुंभ के लिए बुलंदशहर डिपो से 80 बसे लगाई गई हैं. खुर्जा डिपो से भी 80 बसें और सिकंदराबाद डिपो से 62 रोडवेज बसें प्रयागराज के लिए लगाई गई हैं. 20 जनवरी से यह बुलंदशहर, शुर्जा और सिकंदराबाद डिपो से उपलब्ध हैं. हालांकि कुछ बसें पहले ही शुरू की जा चुकी हैं.
बुलंदशहर से प्रयागराज के लिए कोई फ्लाइट नहीं है. फ्लाइट से प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए यात्रियों को आगरा या दिल्ली हवाई अड्डे जाना होगा. बुलंदशहर से दिल्ली हवाई अड्डा 88 कि.मी. है जबकि आगरा हवाई अड्डा 210 कि.मी. है.
दिल्ली से प्रयागराज के लिए स्पाइसजेट, इंडिगो और एलायंस एयर की फ्लाइट मौजूद हैं. और किराया 6 हजार रुपये से शुरू होता है जो उपलब्धता के आधार ज्यादा हो सकता है.
आपको बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से शुरू हो चुका है और 26 फरवरी 2025 को इसका समापन होगा. सरकार और प्रशासन के अनुमान के मुताबिक महाकुंभ में करीब 50 करोड़ लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. इसलिए अगर आप महाकुंभ जाने का प्लान बना रहे हैं कैसे जाना है, कहां ठहरना और आपातकाल की स्थिति में क्या करना है इस बारे में पहले ही जानकारी जुटा लें.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.