प्रयागराज महाकुंभ में दुनियाभर से श्रद्धालु आए हुए हैं. अब तक 20 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. वैसे तो संगमनगरी की चर्चा पूरी दुनिया में है, लेकिन कई रिकॉर्ड भी प्रयागराज के नाम दर्ज हुआ है. जानिए
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ की रौनक देखते बन रही है. जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. अब तक 20 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. महाकुंभ में कई ऐसे रिकॉर्ड बने हैं, जिससे संगमनगरी सुर्खियों में है. आइए जानते हैं उन रिकॉर्ड के बारे में.
कुंभ मेले का पुराना रिकॉर्ड 18 करोड़ का रहा है. इस बार अभी 18 दिनों में यह संख्या 24 करोड़ पार कर गई है. इसके पहले कभी भी किसी भी कुंभ मेले में इतनी संख्या नहीं हुई. यूपी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को 28 जनवरी दोपहर 6 बजे तक करीब पांच करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी.
मकर संक्रांति पर महाकुंभ में स्नान के लिए साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे. इनमें प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को जोड़ लिया जाए तो ये आंकड़ा 4.20 करोड़ हो जाता है. ऐसे संगम नगरी एक दिन के लिए ही सही दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन गया है. आपको बता दें, जापान की राजधानी टोक्यो दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला शहर है.
प्रयागराज महाकुंभ मेले में अभूतपूर्व सुरक्षा है. मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ आने की संभावना को देखते हुए करीब सवा लाख की फोर्स तैनात है. इसमें पैरामिलिट्री फोर्स, एसएसबी, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ और UP Police के 60 हजार जवान शामिल हैं. एनएसजी कमांडो और एटीएस कमांडो भी तैनात हैं. यह युद्ध का समय छोड़कर शांति काल में किसी आयोजन का सबसे बड़ी सुरक्षा का रिकॉर्ड है.
प्रयागराज महाकुंभ में एम्स और अन्य नामी अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ करीब 1000 मेडिकल स्टॉफ तैनात है. करीब ढाई लाख लोगों की यहां ओपीडी हो चुकी है. डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की मेडिकल जांचें की गई हैं. यहां हजारों की भीड़ के साथ देश की सबसे बड़ी ओपीडी चल रही है.
महाकुंभ मेले के लिए रेलवे करीब तीन हजार स्पेशल ट्रेनें चला रहा है. प्रयागराज के आठ रेलवे स्टेशनों पर सैकड़ों ट्रेनें रोज आवाजाही कर रही हैं. अकेले मौनी अमावस्या के दिन 400 से ज्यादा ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन पर आई हैं. यह रेलवे का महा इंतजाम और किसी स्टेशन पर ट्रेनों के संचालन का महारिकॉर्ड है.
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम करीब 8 हजार रोडवेज बसों का संचालन महाकुंभ नगर के लिए कर रहा है. यह बसों के परिचालन का सबसे बड़ा अभियान है, इनका रोजाना का कुल सफर लाखों किलोमीटर का है. प्रयागराज में 800 शटल बसें भी चलाई जा रही हैं.
महाकुंभ मेले में 24 घंटों की महा अन्नपूर्णा रसोई भी चल रही है. एक बीघा से अधिक जमीन पर किचन बना है. यहां विशालकाय कढ़ाहों में एक साथ 25 हजार श्रद्धालुओं का भोजन तैयार हो रहा है. दो हजार सेवादार लगे हैं. कढ़ाहों में एक साथ दो कुंतल के करीब चावल पकता है. हर दिन तीन से चार लाख तीर्थयात्री निशुल्क भोजन कर रहे हैं. इसके अलावा भी कई लंगरों में लाखों लोग रोजाना भोजन कर रहे हैं.
प्रयागराज का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन, यूके) में दर्ज है. महाकुंभ से पहले यमुना किनारे जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली बनाई गई थी. इस रंगोली को शिखा के नेतृत्व में कलाकारों की टीम ने बनाया.
प्रयागराज में 'दुकानजी' के नाम से मशहूर राजेंद्र तिवारी के मूंछों के डांस के लोग कायल हैं. दुकानजी 1988 से अपनी मूंछों पर मोमबत्तियां जलाकर डांस कराते हैं. उनकी इस कला को विदेशों में भी सराहा गया है. दुकानजी की पहचान अंतरराष्ट्रीय मूंछ नर्तक की है. 1994 में लिम्बा बुक, 1995 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड, 2012 में इंडिया बुक आफ रिकार्ड में इनका नाम दर्ज है. इतना ही नहीं दुकानजी प्रयागराज के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर भी हैं.
महाकुंभ के ऑफिशियल हैंडल के मुताबिक एक हफ्ते में हजारों की संख्या में लोगों ने हवाई यात्रा से प्रयागराज का सफर तय किया है. प्रयागराज एयरपोर्ट पर एक हफ्ते में 30 हजार 172 यात्री उतरे हैं. स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स महाकुंभ पहुंचीं और बिना स्नान किए 93 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. दरअसल, प्रयागराज एयरपोर्ट पर 93 साल पहले कोई अंतरराष्ट्रीय विमान उतरा था.