गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक नमो भारत ट्रेन चलाने के लिए करीब 72.4 किलोमीटर लंबा ट्रैक तैयार किया जाएगा. साथ ही मेट्रो और लाइट ट्रॉजिट रेल के लिए भी ट्रैक तैयार किया जाना है.
ग्रेटर नोएडा में बनने वाली फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक ट्रांजिट रेल चलाई जाएगी. इसकी लंबाई करीब 14 किलोमीटर होगी. इसके लिए भी अलग से ट्रैक तैयार की जाएगी.
वहीं, नमो भारत ट्रेन को गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से ग्रेटर नोएडा वेस्ट, सेक्टर अल्फा 1 और यमुना अथॉरिटी सिटी से चलाया जाएगा. इस रूट पर करीब 22 स्टेशन बनाए जाएंगे.
बताया गया कि बाद में इसे 35 स्टेशनों तक बढाया जाएगा. नमो भारत ट्रेन और मेट्रो में 6-6 कोच रखे जाएंगे. रैपिड रेल का यह चरण तीन-चार माह में शुरू होगा और 2031 तक पूरा होने की संभावना है.
लाइट ट्रांजिट ट्रेन चलाने का मकसद फिल्म सिटी और एयरपोर्ट के बीच आवागमन को ट्रैफिक से अलग रखना है. ट्रांजिट ट्रेन नमो भारत और मेट्रो ट्रेन के साथ एक ही ट्रैक पर संचालित होगी.
लाइट ट्रांजिट ट्रेन 21 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी. बताया जा रहा है कि मेट्रो ट्रेन के बीच अंतराल 3.5 मिनट, नमो भारत ट्रेन का 7 मिनट और लाइट रेल ट्रांजिट का 8 मिनट का रहेगा.
नोएडा की एक्वा लाइन मेट्रो को भी नमो भारत ट्रेन से जोड़ने की तैयारी चल रही है. एक्वा लाइन को नोएडा सेक्टर 51 से नॉलेज पार्क 5 तक ले जाया जाएगा. नोएडा एयरपोर्ट तक जाने वाली नमो भारत रेल की लाइन को नॉलेज पार्क 5 से जोड़ा जाएगा.
नमो भारत ट्रेन ट्रैक के पहले चरण में गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से ईकोटेक 6 तक करीब 40 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया जाएगा. दूसरे फेज में इकोटेक 6 से 33 किलोमीटर का ट्रैक बनाया जाएगा. यह पूरी तरह से एलिवेटेड ट्रैक होगा.
इस ट्रैक पर नमो भारत ट्रेन करीब 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. वहीं, मेट्रो की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. जबकि ट्रांजिट रेल 20-30 की रफ्तार से दौड़ेगी. इस रूट पर 2030-31 तक 3 लाख से ज्यादा सफर करेंगे.
लाइट ट्रांजिट ट्रेन सामान्य रेलगाड़ियों और मेट्रो के मुकाबले कम यात्री क्षमता और कम स्पीड से चलती हैं. सिंगापुर, थाईलैंड और अमेरिका समेत कई देशों में लाइट ट्रांजिट ट्रेनें चल रही हैं. इनकी लागत भी काफी कम आती है.
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