नोएडा इंटरनेशन एयरपोर्ट के लिए अब तक 2420 हेक्टेयर जमीन के लिए पहले चरण में 7 हजार किसानों को 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मुआवजा दिया जा चुका है. मालामाल हुए किसानों की जीवनशैली भी बदली है.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए सबसे ज्यादा जमीन रोही गांव के किसानों की गई है.
पहले चरण में 1334 हेक्टेयर जमीन के लिए रोही, पारोही, दयानतपुर, रन्हैरा, बनवारी बांस, किशोरपुर गांव के करीब तीन हजार किसानों से 1239.14 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की गई थी. इसके लिए किसानों को मुआवजे के तौर पर करीब 3688 करोड़ रुपये मिल चुके हैं.
दूसरे चरण में रन्हैरा, कुरैब, करौली बांगर, दयानतपुर, बीरमपुर व मुढ़रह गांव के चार हजार किसान हैं. इनकी करीब 1181 हेक्टेयर जमीन ली गई है. मुआवजे के तौर पर 4328 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं.
जिन किसानों को मुआवजा मिला है. उनकी लाइफस्टाइल में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. किसानों ने बड़ी संख्या में कार और बुलेट बाइक खरीदी हैं.
ज्यादातर किसानों ने प्राधिकरण एरिया के दूसरे जिलों में खेती के लिए जमीन खरीद ली है. यही नहीं बड़े स्तर पर किसानों ने बिजनेस भी शुरू किया है. कई ने दुकानें खोलीं तो कई ने बिजनेस की शुरुआत की.
अब अगले चरण में 14 गांव के करीब 12 हजार किसानों से 2084 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की तैयारी है.
इसमें कुछ जमीन ऐसी भी होगी जो पहले से ही सरकारी है. इन दोनों चरण में टर्मिनल बिल्डिंग-3 का निर्माण किया जाएगा. साथ ही और रनवे बनाए जाएंगे.