योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज के बीच किया जा रहा है. करीब 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण काम तेजी से पूरी हो रहा है.
इसे नोएडा के इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा. इसका फायदा यह होगा कि एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी.
इस लिंक एक्सप्रेसवे को गौतमबुद्धनगर से मेरठ के रास्ते बुलंदशहर तक बनाया जाएगा. एक्सप्रेसवे के लिए गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर के 57 गांव चिन्हित किए गए हैं.
इस लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 83 किलोमीटर होगी. जिसको तैयार करने में 4 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. करीब 1 हजार हेक्टेयर जमीन में इस एक्सप्रेसवे को तैयार किया जा सकेगा.
इस लिंक एक्सप्रेसवे के लिए योगी सरकार के निर्देश के बाद यूपीड़ा ने इस प्रस्तावित एक्सप्रेसवे का सर्वे कराया था. कंपनी ने इस एक्सप्रेसवे की फिजीबिलिटी स्टडी व सर्वे रिपोर्ट यूपीडा को दी है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय पहले कहा था कि बेहतर कनेक्टिविटी के लिए गंगा एक्सप्रेसवे को जेवर में बन रहे एयरपोर्ट से जोड़ा जाना चाहिए. इसके लिए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जाए.
गंगा एक्सप्रेसवे को इटावा के पास लखनऊ एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा. गंगा एक्सप्रेस-वे को लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेस वे का रूट फाइनल हो गया है.
बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इसे कुंभ से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. सबकुछ ठीक रहा तो फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं.
एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ से प्रयागराज तक का सफर महज 6 घंटें में पूरा होगा. अभी इसमें 11 घंटे से ज्यादा समय लगता है.
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ के बाद प्रयागराज में पूरा होगा.
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