Shamli Police Encounter: शामली में एसटीएफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है. पुलिस की इस कार्रवाई में चार बदमाश मारे गए हैं. इनमें से दो हरियाणा के रहने वाले हैं. वहीं, एक लाख का इनामी अरशद सहारनपुर के बाढ़ी माजरा का रहने वाला है. आइए जानते हैं ये बदमाश कौन थे और शामली एसटीएफ के साथ यह एनकाउंटर कैसे हुआ.
जानकारी के मुताबिक, मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य अरशद निवासी बाढ़ी माजरा सहारनपुर व उसके तीन साथियों मंजीत, सतीश और एक अन्य को घेर लिया. इस पर अरशद और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी.
एसटीएफ के एएसपी ब्रिजेश कुमार की मानें तो जवाबी फायरिंग में एक लाख के इनामी अरशद समेत चारों बदमाशों की मौत हो गई. अरशद के खिलाफ लूट, डकैती और हत्या के एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. बदमाशों के पास से इंपोर्टेड हथियार भी बरामद हुए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील के पेट में दो गोली लगीं. उन्हें करनाल के अमृतधारा अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया.
अब तक चौथे बदमाश की पहचान नहीं हुई है. जिन बदमाशों की पहचान हुई है, उनमें अरशद पुत्र जमील निवासी सहारनपुर, दूसरा सोनीपत का रहने वाला मंजीत और तीसरा बदमाश करनाल के थाना मधुबन का है. जिसका नाम सतीश पुत्र राजसिंह है.
मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगीं और उनका करनाल के अस्पताल अमृतधारा में इलाज चल रहा है. उन्हें गुड़गांव के मेदांता रेफर किया गया है.
सोनीपत के मनजीत को किसी मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई हुई है. वह पैरोल पर जेल से बाहर आया हुआ था. बाहर आने के बाद वारदातों को अंजाम दे रहा था. अब झिंझाना क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात को करने की फिराक में बदमाश थे.
23 दिसंबर को पीलीभीत में यूपी और पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया. तीनों आतंकी 'खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स' आतंकी संगठन के थे. मौके से दो AK-47 और दो पिस्टल बरामद की गई. तीनों ने गुरदासपुर चौकी पर ग्रेनेड फेंका था.