बरेली को नमो ट्रेन का तोहफा मिल सकता है. यहां छोटे रूट पर शटल सर्विस के तौर पर अगले साल तक इसकी शुरुआत की जा सकती है. इसे बरेली-दिल्ली, बरेली-लखनऊ के बीच चलाया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश में बरेली के अलावा लखनऊ-कानपुर, मेरठ-सहारनपुर जैसे जिलों के बीच छोटी दूरियों के लिए भी नमो भारत ट्रेन चलाने की तैयारी रेलवे की ओर से की जा रही है.
इसका फायदा यह होगा कि इन जिलों के बीच की दूरी कम होगी और लोगों को हाईस्पीड नेटवर्क मिलेगा. लोग बेधड़क बिना ट्रैफिक जाम के इनसे सफर कर सकेंगे.
योजना के मुताबिक छोटी दूरियों के बीच नमो भारत को प्रमुख स्टेशनों पर स्टॉपेज दिया जाएगा.इन ट्रेनों में यात्रियों को हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी. ट्रेन में सभी एसी बोगियां लगाई जाएगी.
नमो भारत इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिय (EMU) ट्रेन है.जो रीजनल रैपिट ट्रांजिट सेवाओं के लिए बनाई गई है. अगले साल 2026 तक नमो भारत ट्रेन के 50 रैक तैयार कर इनका संचालन शुरू करने की योजना है.
बता दें कि बरेली को वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल चुकी है. मेरठ-लखनऊ और देहरादून-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन बीते साल 2024 से ही शुरू हो चुका है जबकि बरेली-मुंबई स्लीपर वंदे भारत ट्रेन भी प्रस्तावित है.
रेलवे के लिए उत्तर प्रदेश को करीब 20 हजार करोड़ रुपये मिले हैं. यानी आने वाले समय में यहां के रेलवे स्टेशन की तस्वीर बदली हुई नजर आने वाली है. यूपी में 6,000 किमी लंबी नई रेल लाइनें बिछाई जाएंगी.
प्रदेश में दोहरी लाइन, तीसरी लाइन, अमृत भारत स्टेशन आदि का काम तेजी से किया जा रहा है. अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों का पुनर्विकास भी होगा. यूपी में 157 स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है.
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