Ayodhya Deepotsav 2024: 500 साल बाद महल में रामलला की दिवाली, अद्भुत शृंगार के साथ मशहूर डिजाइनर की पोशाक पहनी
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Ayodhya Deepotsav 2024: 500 साल बाद महल में रामलला की दिवाली, अद्भुत शृंगार के साथ मशहूर डिजाइनर की पोशाक पहनी

Ayodhya New: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली दिवाली का जश्न मनाया जा रहा है. 25 लाख दीपों से सजे अयोध्या में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुका है. स्थानीय कारीगरी को बढ़ावा देते हुए वोकल फॉर लोकल की पहल को साकार किया जा रहा है.

Ayodhya  Deepotsav 2024

Ayodhya New: यूपी के अयोध्या में इस बार पहली बार प्राण प्रतिष्ठा के बाद दीवाली का महोत्सव मनाया जा रहा है. इस पावन अवसर पर रामलला का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा द्वारा डिजाइन की गई पोशाक उन्हें पहनाई जाएगी.  बुधवार को अयोध्या में 25 लाख दीयों के साथ विश्व का सबसे बड़ा दीपोत्सव मनाया गया. जिसमें एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी कायम हुआ. आतिशबाजी, लेजर शो और 1100 लोगों द्वारा सरयू नदी की आरती के साथ अयोध्या जगमगा उठी.

रामलला के दर्शन को उमड़ा जनसैलाब                                                                                                                                                                                                                                                   अयोध्या में रोशनी की छटा बिखर रही है और हर ओर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. "जय श्रीराम" के नारों से परिसर गूंजायमान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान के अंतर्गत दीवाली की सजावट में सिर्फ स्थानीय सामान का ही प्रयोग किया गया है. जिससे स्थानीय दस्तकारी और कारीगरों को भी खास महत्व दिया जा रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने चीनी सामान के बहिष्कार की घोषणा की है.

अयोध्या में तीर्थयात्रियों का नया रिकॉर्ड                                                                                                                                                                                                                                                       2024 की पहली छमाही में ही अयोध्या ने 11 करोड़ तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का स्वागत किया है. जो वाराणसी, प्रयागराज, और मथुरा जैसे बड़े तीर्थ स्थलों की तुलना में एक नया रिकॉर्ड है. प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुसार, अयोध्या को ग्रीन एनर्जी और सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है. जिससे स्थानीय कारोबार और रोजगार के नए अवसर बनेंगे.

राम मंदिर प्रोजेक्ट से बढ़ेगा आर्थिक विकास                                                                                                                                                                                                                                                   राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने जीएसटी में कोई छूट न लेने का निर्णय लिया है. इस प्रोजेक्ट से 400 करोड़ रुपये के जीएसटी राजस्व का सृजन होने की उम्मीद है. यह क्षेत्रीय आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.

 

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