राजस्थान के इस मंदिर में भूत-प्रेत और घातक शक्तियां भी मटकाने लगती है कमर, तुरंत हो जाता है सभी का सत्यानाश...
Ansh Raj
Jan 28, 2025
मेहंदीपुर बालाजी धाम
यह एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल है, जो राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है.
तीन देवता
इस धाम में बालाजी महाराज, प्रेतराज सरकार और भैरव कोतवाल की मूर्तियां विराजमान हैं.
प्रकट होने की कहानी
कहा जाता है कि ये तीन देवता आज से करीब 1008 साल पहले प्रकट हुए थे.
महंतों की परंपरा
इनके प्रकट होने से लेकर अब तक 12 महंत यहां हनुमानजी की सेवा कर चुके हैं.
महंत गणेशपुरी महाराज का योगदान
बालाजी घाटा मेहंदीपुर के इतिहास का स्वर्ण युग महंत गणेशपुरी महाराज के समय से शुरू हुआ और मुख्य मंदिर का निर्माण भी इन्हीं के समय में हुआ.
भूत-प्रेत की बाधा दूर करने की शक्ति
यहां भूत-प्रेत की बाधा होती है दूर, जिन लोगों के शरीर में बुरी आत्माओं का वास होता है, उनको हनुमानजी की दर पर आते ही भूत-प्रेत की बाधा से मुक्ति मिल जाती है.
रोजाना आते हैं हजारों श्रद्धालु
रोजाना हजारों की तादात में देशभर से लोग भूत-प्रेत की बाधा से मुक्ति के लिए यहां आते हैं.
धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यता है कि मेहंदीपुर बालाजी में भूत, प्रेत, पिशाच, ऊपरी बाधाएं लोगों के शरीर से उतारे जाते हैं.
यहां था घना जंगल
कहा जाता है कि पहाड़ के नीचे बसे मेहंदीपुर में आज से करीब एक हजार साल पहले घना जंगल था.
हनुमानजी की प्रतिमा का रहस्य
हनुमानजी की मूर्ति को किसी कलाकार ने गढ़ कर नहीं बनाया है, यह तो पर्वत का ही अंग है और यह समूचा पर्वत ही मानों उसका कनक भूधराकार द्रारीर है.
हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं दे रहे ..ये सिर्फ स्थानीय मान्यताएं और सुनी सुनाई पुरानी बातों पर लिखा गया लेख है...जिसकी पुष्टि ज़ी राजस्थान नहीं करता है.